यदि आप पथरी के दर्द से परेशान हैं. असहनीय दर्द सहा नहीं जाता है. तो यह खबर आपके लिए है. मीठी गोली यानी शुगर ऑफ़ मिल्क आपके मर्ज और दर्द दोनों ही खत्म करेगी. Homeopathy की दवाओं से गुर्दे की पथरी का रामबाण इलाज है. Homeopathy की दवा से बिना ऑपरेशन के 12 एमएम की किडनी स्टोन यूरिन के जरिए आसानी से निकाल जाती है. इतना ही नहीं, Homeopathy की दवा से भविष्य में पथरी की संभावना कम होती है.
बदलती दिनचर्या और खानपान से आज गुर्दे की पथरी आम बीमारी बन गई है. mobycapsule.com ने दिल्ली के मशहूर होम्योपैथिक फिजीशियन एंड एजुकेटर डॉ. दीपक शर्मा से एक्सक्लूसिव बातचीत की. जिसमें डॉ. दीपक ने गुर्दे से पीड़ित मरीजों को लेकर कई टिप्स दिए हैं. जो गुर्दे के लिए आरामदायक हैं. इस आर्टिकल में आप जानें कि, डॉ. दीपक शर्मा के Tips For Healthy Kidney क्या हैं. कैसे 12 एमएम की पथरी बिना ऑपरेशन के बाहर निकाल जाती है. इससे दर्द और मर्ज दोनों को ही खत्म होते हैं.
पेट के निचले हिस्से में दर्द तो किडनी स्टोन होगी
दरअसल, गुर्दे की पथरी यानी किडनी स्टोन होना अब बेहद आम हो गई है. इससे लोगों को बहुत परेशानी होती है. किडनी स्टोन में पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होता है. होम्योपैथिक फिजीशियन एंड एजुकेटर डॉ. दीपक शर्मा बताते हैं कि, किडनी स्टोन की मुख्य वजह दिनचर्या और खानपान में बदलाव है. व्यायाम नहीं करना भी इसकी एक वजह है. इसके साथ ही जैनेटिक हिस्ट्री भी गुर्दे की पथरी की वजह बनती है. शरीर में पोटैशियम, प्रोटीन, सोडियम और शुगर की कमी से गुर्दे में पथरी बनती है. कई बार ज्यादा नमक खाने से भी किडनी स्टोन बन जाती हैं. जैसे ही आपको पथरी का दर्द और पथरी की मर्ज पता चले तो सबसे पहले चिकित्सक के पास जाएं. सही तरह से जांच कराएं.
होम्योपैथी में ऑग्जलेट की स्टोन का रामबाण इलाज
होम्योपैथिक फिजीशियन एंड एजुकेटर डॉ. दीपक शर्मा बताते हैं कि, अमूमन हमें अल्ट्रासाउंड से पथरी का पता चल जाता है. मगर, पथरी किस टाइप की है. किडनी की स्टोन होने पर यूरिन की जांच कराना जरूरी है. जिससे यह पता चलता है कि, यह ऑग्जलेट की स्टोन तो नहीं हैं. फास्फेट की स्टोन तो नहीं हैं. कॉमन रूप से कहें तो ऑग्जलेट की स्टोन ही किडनी स्टोन हैं. उनका होम्योपैथी में रामबाण इलाज है. जो होम्योपैथी की दवा से निकल जाती है.

होम्योपैथी की दवा से 12 एमएम की पथरी निकल जाती है
होम्योपैथिक फिजीशियन एंड एजुकेटर डॉ. दीपक शर्मा बताते हैं कि, जब यह पता चल गया कि, गुर्दे की पथरी का दर्द है. इसके बाद यह पता करना जरूरी है कि, पथरी कहां पर है. पथरी की आकृति कैसी है. पथरी कहां पर और कैसी फंसी है. यदि स्टोन की शेप ज्यादा जिग जैग या कंटीली है तो उसका निकालना मुश्किल है. वैसे ऑग्जलेट की स्टोन होम्योपैथी की दवा से आसानी से निकाल जाती हैं. होम्योपैथी की दवा के सेवन ने छह से आठ एमएम की पथरी निकाल जाती है. यह भी देखा गया है कि, होम्योपैथी की दवा से ऑग्जलेट की 12 एमएम की पथरी भी बाहर निकल जाती हैं.
स्टोन के हिसाब से दी जाती है दवा
होम्योपैथिक फिजीशियन एंड एजुकेटर डॉ. दीपक शर्मा बताते हैं कि, किडनी में पथरी व इसके लक्षणों के हिसाब से होम्योपैथी की दवा दी जाती है. जिससे धीरे धीरे तेज दर्द, चेहरा लाल होना, पेट फूलना, कम पेशाब होना जैसी शिकायत कम होती है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में करीब 13 प्रतिशत लोग मानते हैं कि, होम्योपैथी दवाइयां बेहतर हैं. क्योंकि, होम्योपैथी की दवाएं खाने से साइड इफेक्ट बहुत कम होते हैं.