नई दिल्ली.
देश में पांच वर्ष से छोटे बच्चों की लंबाई और सेहत की बात करें तो बिहार के मुकाबले यूपी के मासूम ज्यादा हेल्दी और लंबे हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य परिवार सर्वे-5 (National Health Family Survey-5) की हाल में जारी रिपोर्ट के मुताबिक, लंबाई के नजरिए से देखें तो यूपी के बच्चे बिहार और मेघालय से लंबे हैं. वहीं, झारखण्ड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात के बच्चे यूपी के बच्चों की तुलना में लंबे हैं.
NHFS-5 की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर, हम वजन की बात करें तो यूपी के बच्चे ज्यादा हट्टे-कट्टे हैं. यानी यूपी के बच्चे हेल्दी हैं. उनका वजन सही है. जबकि, यूपी के बच्चों की तुलना में बिहार, झारखण्ड, महाराष्ट्र, गुजरात समेत कई राज्यों के बच्चों का वजन कम है. यूपी में केवल 32.1 फीसदी बच्चों का वजन मानकों के मुताबिक कम मिला था. इसका मतलब यह है कि, यूपी में 68 फीसदी बच्चों का वजन ठीक-ठाक है.
NHFS-5 ने यह सर्वे 2019 से 2021 के बीच किया था. जिसमें बच्चों में कुपोषण, वजन, लम्बाई और हीमोग्लोबिन को मानक माना गया. लंबाई के मामले में मेघालय में 47 फीसदी तो बिहार में 42.9 फीसदी बच्चों का कद कम है. जबकि, यूपी में 39.7 फीसदी बच्चों की लम्बाई ही उम्र के मुकाबले कम है. वहीं, राष्ट्रीय औसत 36 फीसदी का है.

NHFS-5 की जारी रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी में पिछले सर्वे से तुलना करें तो 46.3 फीसदी बच्चे कम लंबाई के थे. लेकिन, इस बार की रिपोर्ट में संतोषजनक परिणाम दिखे हैं. इससे साफ है कि, पिछले पांच वर्षों में यूपी के बच्चों की लंबाई में 6.6 फीसदी तक का सुधार हुआ है. इसके साथ ही हम वजन की बात करें तो यूपी के बच्चे पड़ोसी राज्यों के बच्चों से अधिक हेल्दी हैं. इसके साथ ही यूपी के बच्चों का कुपोषण और एनीमिया के मामले में परिणाम संतोषजनक है. क्योंकि, यूपी से ज्यादा बिहार, झारखण्ड में बच्चे एनीमिया के शिकार मिले हैं.
एनिमिक बच्चों पर नजर
- यूपी @ 66.4
- छत्तीसगढ़ @ 67.2
- झारखण्ड @ 67.4
- महाराष्ट्र @ 68.9
- बिहार @ 69.4
- हरियाणा @ 70.4
- राजस्थान @ 71.5
- मध्य प्रदेश @ 72.6