नई दिल्ली.
भले ही हम सबने सिर्फ चार रक्त समूहों (ए, बी, ओ और एबी) के बारे में सुना होगा. मगर, हाल ही में देश में 65 वर्षीय एक बुजुर्ग दुर्लभ रक्त समूह वाला मिला है. बुजुर्ग गुजरात के राजकोट का रहने वाला है. उसके ब्लड की जांच में ‘ईएमएम निगेटिव’ रक्त समूह की पुष्टि हुई है.
बता दें कि, राजकोट निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग दिल की बीमारी से ग्रस्त है. जब उसकी तबियत खराब हुई तो उसके खून की जांच कराई. खून की जांच में दुर्लभ रक्त समूह मिला. हैरानी वाली बात यह है कि, इस दुर्लभ रक्त समूह का भारत में पहला व्यक्ति मिला है. जबकि, दुनिया में पहले से नौ इसी रक्त समूह के व्यक्ति मिल चुके हैं. राजकोट का बुजुर्ग अब दुनिया में दुर्लभ रक्त समूह ‘ईएमएम निगेटिव’ का 10वां व्यक्ति है.
इस बारे में सूरत स्थित समर्पण ब्लड डोनेशन सेंटर के फिजिशियन डॉ. सन्मुख जोशनी ने बताते हैं कि, बुजुर्ग को खून की जरूरत है. जिससे उसके दिल की सर्जरी होगी. इस ब्लड ग्रुप के लोगों के शरीर में ईएमएम हाई-फ्रिक्वेंसी एंटीजन की कमी होती है. इसलिए इस ब्लड ग्रुप के व्यक्ति न ब्लड डोनेट कर सकते हैं और न ही उन्हें ब्लड चढ़ाया जा सकता है.
42वां ब्लड ग्रुप सिस्टम ‘ईएमएम निगेटिव’
मानव के शरीर में 42 अलग-अलग प्रकार के ब्लड सिस्टम्स होते हैं. जो ए, बी, ओ, आरएच (आरएच) और डफी हैं. मगर, सबसे ज्यादा चार ही ब्लड ग्रुप हैं. ईएमएम निगेटिव 42वां ब्लड ग्रुप सिस्टम है.