दिल्ली.
दुनियाभर में मेडिकल इमरजेंसी घोषित मंकीपॉक्स तेजी से पैर पसार रहा है. जो एक चिंता का सबब बन गया है. भारत में केरल के बाद मंकीपॉक्स ने दिल्ली में भी दस्तक दे दी है. देश में अब तक चार मंकीपॉक्स के रोगी मिल गए हैं. जिनमें से सभी की हालत स्थिर है.

इस बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि, कोरोना से मंकीपॉक्स कम संक्रामक है. इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है. सामान्य इलाज से ही मंकीपॉक्स के मरीज कुछ दिनों में ठीक हो रहे हैं. बस हम सबको कुछ एहतियात बरती है. जिससे मंकीपॉक्स की चपेट में आने से बचा जा सकते हैं. आम तौर पर देखें तो मंकीपॉक्स के लक्षण संक्रमित होने के छह से 13 दिनों बाद दिखाई देते हैं.

इस बारे में महामारी विशेषज्ञ और संक्रामक रोग चिकित्सक डॉ. चंद्रकांत लहरिया बताते हैं कि, मंकीपॉक्स के प्रकोप से प्रभावी ढंग से निपट सकते हैं. रोगियों व उनके संपर्क में आए लोगों को पृथक करके और चेचक के मंजूरी प्राप्त टीकों के इस्तेमाल से रोकथाम कर सकते हैं. फिलहाल आम लोगों के टीकाकरण की सिफारिश नहीं की जानी चाहिए.
यूं करें मंकीपॉक्स से खुद का बचाव
- मास्क का इस्तेमाल करें और जरूरी सामाजिक दूरी बनाएं.
- विदेश यात्रा से आने पर अपनी जांच जरूर कराएं.
- संक्रमित के संपर्क में आने के बाद साबुन और हैंड सैनेटाइज करें.
- मरीजों की देखभाल करते समय पीपीई का प्रयोग जरूर करें.
- प्रत्यक्ष रूप से किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें.
- संक्रमित व्यक्ति के कपड़े, तौलिया इस्तेमाल करने से से परहेज करें.
- संक्रमित जानवर के काटने से, उसके खून, शरीर के तरल पदार्थ को छूने से बचें.
- संक्रमित जानवरों के मांस व अन्य उत्पादों के सेवन से करने से भी परहेज करें.
- समलैंगिक, उभयलिंगी पुरुषों के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाने से बचें.
- संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकनें या दानों को छूने से परहेज करें.