नई दिल्ली.
कर्नाटक, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली एनसीआर में तेजी से इन्फ्लूएंजा ए के एच 3एन2 (H3N2 ) वायरस पैर पसार रहा है. देश में हर दिन अस्पतालों में H3N2 के मरीजों की संख्या बढ रही है. विशेषज्ञों की मानें तो एच3एन2 वायरस सबसे ज्यादा घातक श्वांस रोगी और और बुजुर्गों के लिए है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, H3N2 वायरस से पीड़ित सांस के 10 फीसदी मरीजों को अब तक ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी है.
आईसीएमआर (Indian Council of Medical Research) की एडवाइजरी और चिकित्सकों के मुताबिक, सामान्य लोगों में H3N2 से बुखार और लंबे समय तक खांसी जैसे लक्षण दिख रहे हैं. इसमें सबसे ज्यादा खतरा उन मरीजों को है, जो पहले से ही सांस व अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं. उनके एच3एन2 की चपेट में आने पर कई मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत भी पड़ रही है.

एम्स के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर नवल विक्रम बताते हैं कि, H3N2 वायरस संपर्क में आने पर तेजी से फैलता है. यह छींक मारने या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से दूसरे को संक्रमित करता है. इसमें कोरोना जैसे एहतियात रखने जरूरी हैं.
इस बारे में लोकनायक अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुरेश कुमार बताते हैं कि, H3N2 वायरस सबसे ज्यादा 60 वर्ष से अधिक और पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों को ज्यादा प्रभावित करता है. इसलिए, जनता से अपील है कि, अपने परिवार के बुजुर्ग और बच्चों का ज्यादा ख्याल रखें.
अलर्ट किया गया जारी
देश में लगातार H3N2 वायरस के संक्रमितों की संख्या बढने और दो लोगों की मौत होने से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई है. हरियाणा, पंजाब, कर्नाटक, यूपी में अलर्ट जारी किया गया है. सभी जिलों में तैयारियां पूरी कर ली गईं या की जा रही हैं. इसके अलावा निजी अस्पतालों को भी जरूरी दिशा.निर्देश देने के साथ साथ मरीजों की जानकारी देने को कहा है.
क्या करें
- मास्क पहन कर घर से निकलें.
- भीड़भाड़ वाली जगह जाने से बचें.
- सर्दी या कफ होने पर मुंह नाक ढंकें.
- आंख और नाक को बिल्कुल न छुएं.
- तरल पदार्थ अधिक मात्रा में लें.
- बुखार होने पर पैरासिटामोल लें.
यह करने से बचें
- किसी से हाथ मिलने से बचें.
- सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें.
- डॉक्टर की सलाह बिना दवा न लें.
- एक साथ बैठकर खाना न खाएं.
- एक दूसरे का रुमाल इस्तेमाल न करें.
- एक ही बिस्तर पर सोने से भी बचें.