आगरा.
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने रविवार देर शाम आगरा में झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ अभियान चलाया. स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने एत्मादपुर, किरावली और अछनेरा थाना क्षेत्र में सात झोलाछापों के क्लीनिक सील किए गए हैं. जिसमें छह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. टीम की कारर्वाई के बाद पुलिस ने दो झोलाछाप गिरफ्तार कर लिए है. इसके साथ ही एक झोलाछाप को नोटिस थमाया है.
बता दें कि, एत्मादपुर में डीसीएमओ डाॅ. पीयूष जैन और डाॅ. सुशील कुमार की टीम ने पुलिस के साथ कस्बा के मोहल्ला सतौली निवासी राजू के मोहल्ला शेखान स्थित क्लीनिक पर छापा मारा. टीम ने क्लीनिक संचालक झोलाछाप राजू पुलिस के सुपुर्द करके उसका क्लीनिक सील कर दिया. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दूसरा छापा भी कस्बा के एक और झोलाछाप पर छापा मारा. लेकिन, वहां कोई नहीं मिला. इस पर उसे भी सील किया गया है. इसके बाद स्वास्थ्य टीम ने गांव संवाई में संजय खान के क्लीनिक पर छापा मारकर सील लगा दी. गांव बाग में सोनू खान के क्लीनिक पर छापेमारी के दौरान झोलाछाप को पकड़कर पुलिस के सुपुर्द किया है. टीम ने क्लीनिक सील कर दिया है. इस बारे में डीसीएमओ डाॅ. जैन ने बताया कि, राजू, संजय खान, सोनू खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. राजू और सोनू को गिरफ्तार किया गया है. क्षेत्र में झोलाछापों के खिलाफ अभियान चलेगा.
इधर, झोलाछाप अभियान के नोडल अधिकारी डाॅ. सुरेंद्र मोहन प्रजापति और डिप्टी सीएमओ डाॅ. अमित रावत ने पुलिस के साथ अछनेरा और किरावली में छापामार कार्रवाई की. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अछनेरा में अनीश खान क्लीनिक, गांव साधन में गुड्डू खां और ब्यारा में शौकीन के क्लीनिक पर छापा मारा गया. तीनों ही क्लीनिक संचालक के पास कोई डिग्री नहीं थी. इसलिए, तीनों क्लीनिक सील कर दिए गए हैं. चिकित्सा विभाग की टीम ने किरावली में डाॅ. बाबू दीन क्लीनिक को नोटिस थमाया दिया है.
सीएमओ ने हाॅस्पिटल में मरीज भर्ती पर लगाई रोक
सीएमओ डाॅ. अरुण श्रीवास्तव ने टीम के साथ रविवार दोपहर सिकंदरा थाना क्षेत्र में स्थित नेमीनाथ हाॅस्पिटल में छापा मारा. जहां पर कोई मरीज भर्ती नहीं था. इतना ही नहीं, हॉस्पिटल में कोई चिकित्सक भी नहीं था. जब सीएमओ डाॅ. अरुण श्रीवास्तव ने स्टॉफ से चिकित्सक के बारे में पूछा तो बताया कि, चिकित्सक नहीं आए हैं. इसलिए, हॉस्पिटल में मरीज भर्ती नहीं किए हैं. इस पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने हाॅस्पिटल में नए मरीज भर्ती करने पर रोक लगा दी. हाॅस्पिटल प्रबंधन को कारण बताओ नोटिस दिया है.