आगरा (उत्तर प्रदेश): डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय का 88 वां दीक्षांत समारोह 13 अप्रैल को है. जिसमें मुख्य अतिथि कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल होंगी. जो दीक्षांत समारोह में 165 छात्र छात्राओं को 152 पदक प्रदान करेंगी. विश्वविद्यालय प्रशासन ने दीक्षांत समारोह की तैयार शुरू कर दी है. दीक्षांत समारोह में मेडल दिए जाने वाले मेधावियों की सूची विवि की वेबसाइट पर अपलोड कर दी है. इस बार दीक्षांत समारोह में एफएच मेडिकल कॉलेज की छात्रा हुमा जाफर गोल्डन गर्ल है. हुमा पटना की मूल निवासी है. हुमा जाफर को सर्वाधिक 12 मेडल मिलेंगे. जिसमें 11 गोल्ड मेडल और एक सिल्वर मेडल है.

बता दें कि, डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के 88 वें दीक्षांत समारोह की तैयारियां तेजी से हो रही हैं. दीक्षांत समारोह में यूपी की राजपाल व कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल मुख्य अतिथि हैं. जो मेधावी छात्र छात्राओं को मेडल प्रदान करेंगी. विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओमप्रकाश के मुताबिक, विवि की वेबसाइट पर सभी मेधावी छात्रों की सूची अपलोड कर दी गई है. वेबसाइट पर आने वाली आपत्तियों का निस्तारण करके अंतिम सूची जारी की जाएगी.
जो पूछा गया है वही लिखें
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के 88 वें दीक्षांत समारोह की गोल्डन गर्ल हुमा जाफर हैं. हुमा जाफर आगरा.कानपुर हाईवे पर स्थित एफएच मेडिकल कॉलेज की एमबीबीएस छात्रा हैं. मेधावी हुमा जाफर अभी अपनी इंटर्नशिप कर रही हैं. हुमा जाफर को एमबीबीएस की परीक्षा और विभिन्न प्रश्न पत्रों में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने के लिए हुमा को यह पदक दिए जाएंगे. हुमा का कहना है कि, एमबीबीएस में सफलता सही दिशा में तैयारी करने से मिलती है. पढ़ने के साथ साथ सही उत्तर लिखना भी जरुरी है. जो पूछा गया है वही लिखें.
शॉर्टकट नहीं, सही दिशा में करें तैयारी
मेधावी हुमा जाफर का कहना है कि, एमबीबीएस में सफलता सही दिशा में तैयारी करने से मिलती है. यह पढ़ाई पूरी तरह से अलग है. क्योंकि, जो एमबीबीएस में पढ़ना है. वहीं पीजी और स्पेशलाइजेशन में पढ़ना है. आपको ही यह तय करना होगा कि, अभी कितना जरुरी है. ऐसा ना होने के चलते ही छात्र सप्लीमेंट्री में फंस जाते हैं. पढ़ने के साथ ही सही उत्तर लिखना भी जरुरी है.
ऐसे करेंगे एमबीबीएस की पढ़ाई
● पहली बार में पढ़ने के दौरान हाइलाइटर पर ध्यान दें
● हर पेपर के नोट्स बनाओ मगर उसे किताब मत बनाओ
● नोट्स ऐसे बनाओ जो एक रात में रिवाइज कर सको
● डायग्राम और फ्लो चार्ट बनाना सीखें और प्रयोग करें
● प्रैक्टिकल में परीक्षक को कॉन्सेप्ट को क्लीयर समझाएं
रेडियोलॉजी में पीजी की तैयारी
मूलत पटना निवासी हुमा के पिता दीवान जाफर हुसैन खान बिहार स्टेट माइनॉरिटीज फाइनेंशियल कॉरपोरेशन में मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. जबकि, मां सबीना खान गृहणी हैं. हुमा का कहना है कि, पूरे परिवार में पहली सदस्य हैं. जो मेडिकल पेशे में आईं हैं. हुमा को डायग्नोसिस करना पसंद है. इसलिए, रेडियोलॉजी में पीजी करने की तैयारी कर रही हैं.
हुमा जाफर को मिलेंगे 12 मेडल
आगरा रोटरी क्लब स्वर्ण पदक, अखिल भारतीय महिला परिषद आगरा शाखा स्वर्ण पदक, बक्ले स्वर्ण पदक, श्रीमती बजीर सिंह सरीन रजत पदक, डॉ. जैतिंदर नाथ हाजरा स्वर्ण पदक, डॉ. टुकी राम एल्हेंस स्वर्ण पदक, कुमारी अमिता सिंघल स्मृति स्वर्ण पदक, श्रीमती तुलसा देवी स्मृति स्वर्ण पदक, श्रीमती माधुरी देवी श्रीवास्तव स्मृति स्वर्ण पदक, श्री ब्रजनंदन चौबे स्मृति स्वर्ण पदक, प्रो. सुखवीर प्रसाद जैन व श्रीमती शाकुंतला जैन स्वर्ण पदक, लायंस क्लब आगरा यूनाइटेड स्वर्ण पदक उनको दिया जाना है.