Air Pollution In Delhi NCR AQI Latest Update भले ही दिल्ली और एनसीआर की हवा अभी साफ बनी हुई है. मगर, पंजाब में जलाई जा रही पराली जलाने के धुएं से जल्द ही वायु प्रदूषण बढ़ने लगेगा.
नई दिल्ली
Air Pollution: हर साल दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) को जहरीली हवाओं (Polluted Air) से बचाने के खूब दावे किए जाते हैं. हर बार और हर साल सरकारों के किए दावे फुस्स रहते हैं. अभी तक पंजाब में पराली पर रोक नहीं लगी है. सितंबर माह की बात करें तो पंजाब में पराली (stubble burning) खूब जलाई जा रही है. पंजाब (Punjab) में पिछले साल सितंबर माह में पराली जलाने की करीब 50 घटनाएं ही रिपोर्ट हुई थीं. लेकिन, इस साल 28 सितंबर तक पराली जलाने की 120 घटनाएं रिपोर्ट की जा चुकी हैं. इससे दिल्ली और एनसीआर में आने वाले दिनों में मौसम के मिजाज में बदलाव (change in the weather) की तेजी से पंजाब में हो रही पराली जलाने की घटनाएं हैं. पूर्वानुमान है कि 17 अक्टूबर के बाद दिल्ली और एनसीआर की हवा हर साल की तरह जहरीली हो सकती है.
पराली के धुएं से वायु प्रदूषण (Air pollution due to stubble smoke)
बता दें कि पराली के धुएं से वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच सकता है. दिल्ली और एनसीआर में ये स्थिति करीब एक माह 17 नवंबर तक बनी रहने की संभावना है. दिल्ली और एनसीआर के वायु प्रदूषण में दीपावली का धूम धडाका भी बूम करेगा.

प्रभावी अंकुश लगाने की तैयारी (Preparation to put effective curbs)
बता दें कि वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने बीते दिनों ही पिछले सालों की स्थिति को देखकर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश व राजस्थान में अलर्ट जारी किया था. जिसमें सभी सरकारों को निर्देश दिए थे कि कहीं पर भी खेतों में पराली ना जलाई जाए. सरकारें इस अवधि में सतर्क रहें. यदि पहले ही पराली जलाने की घटनाओं पर रोकथाम लगाई जाएगी तो वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाया जा सकेगा. मगर, अभी तक पंजाब में जिस तरह से पराली जलाई जा रही है. उससे दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण जल्द ही लोगों को सांस लेना दूभर कर देगा.
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण क्यों होता है? Why does air pollution occur in Delhi-NCR?
दरअसल, हर साल दिल्ली और एनसीआर में नवरात्रों से ही वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगता है. इसकी वजह 40 प्रतिशत तक हरियाणा, पंजाब, यूपी, राजस्थान में जलाई जाने वाली पराली का धुआं होता है. इसके साथ ही दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण में 60 प्रतिशत तक वाहनों के निकलने वाले धुएं, निर्माण व सड़कों से उठने वाली धूल आदि शामिल होती है. जिसकी वजह से ही दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति हर साल बनती है. जहरीली हवा में लोगों का सांस लेना मुश्किल हो जाता है.
देश में वायु प्रदूषण से निपटने का प्लान Plan to deal with air pollution in the country
दिल्ली और एनसीआर में हर साल लोगों की सांसों पर संकट आता है. जिसे दूर करने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकारें तमाम वायदे करते हैं. वायु प्रदूषण से लेागों को बचाने के लिए तमाम योजनाएं बनती हैं. जिम्मेदारी विभागों और अधिकारियों की खूब बैठकें होती हैं. लेकिन, हर साल कमोबेश जस की तस स्थिति देखने को मिलती है. दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण की खतरनाक स्थिति से निपटने के लिए पीएम मोदी के प्रधान सचिव डॉ. पीके मिश्रा ने पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान के मुख्य सचिवों और वन एवं पर्यावरण, कृषि जैसे केंद्रीय मंत्रालयों के आला अधिकारियों के साथ बैठक की है. सभी ने बैठक में पराली जलाने पर कंट्रोल करने और वायु प्रदूषण से निपटने के लिए पूरा प्लान दिया है.