Agra News: आगरा में धरती के भगवान कहे जाने डॉक्टर की हैरान करने वाली करतूत सामने आई. जिसमें किसान की मामूली खांसी रोग को कैंसर बताकर इलाज के नाम पर रकम वसूलते रहे. दो महीनों तक किसान ने मानसिक और आर्थिक पीड़ा झेली. आगे पढ़ें और जानें पूरी बात…
आगरा, उत्तर प्रदेश
Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के दो पैथोलॉजिस्ट चिकित्सक की जांच पर रिपोर्ट सवालों के घेरे में हैं. एक किसान की शिकायत पर 21 माह बाद हरीपर्वत थाना पुलिस ने पैथोलॉजिस्ट डॉ. अर्पित अग्रवाल और डॉ. अनिल अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है. पीड़ित किसान राजकुमार का आरोप है कि दोनों चिकित्सक की वजह से मैंने कई माह तक कैंसर रोगी की तरह मानसिक, शारीरिक और आर्थिक पीड़ा सही थी. मेरी मामूली खांसी की शिकायत पर चिकित्सक ने लैब से जांच कराई और मुझे लंग्स कैंसर बताकर सात-आठ लाख रुपये का खर्चाया बताया. जिससे मैं और परिजन दहशत में आए. मैंने पहले मुंबई फिर नोएडा के एक हॉस्पिटल में जांच कराई तो दोनों ही हॉस्पिटल में कैंसर की निगेटिव रिपोर्ट आई तो आगरा सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव से शिकायत की. इसके बाद पुलिस कमिश्नर से शिकायत की थी.
आगरा के किरावली थाना क्षेत्र के गांव कुकथला निवासी किसान राजकुमार ने बताया कि 17 जनवरी 2023 को खांसी होने पर एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रो. डॉ. टीपी सिंह को दिखाया था. उनके परामर्श के साथ दवा ली. मगर, उनकी दवा से सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ. उसे खून की उल्टी हुई तो डॉ. टीपी सिंह ने डॉ. मुकेश शर्मा के पास फेफड़ों की बायोप्सी के लिए भेजा. उन्होंने जांच के लिए स्लाइड अग्रवाल क्रिटिकल केयर सेंटर शांति मधुवन प्लाजा भेजी. जहां पर क्लीनिकल पैथोलॉजी में जांच कराई. जिसमें जांच रिपोर्ट में फेफड़ों में कैंसर बताया और तुरंत इलाज की सलाह दी गई.

Agra News: ये शिकायत पर होने पर डॉक्टर्स को दिखाया
पीड़ित किसान राजकुमार ने बताया कि जब कैंसर की रिपोर्ट मिली तो मैं दहशत में आ गया. चिकित्सक ने कहा कि मेरे बहुत कम दिन ही बचे हैं. जब परिजन को ये जानकारी दी तो वे घबरा गए. मैंने चिकित्सक की सलाह पर सिकंदरा स्थित पुरुषोत्तम दास सावित्री देवी कैंसर एंड रिसर्च सेंटर के डॉ. संदीप अग्रवाल से स्कैन कराया. 11 फरवरी 2023 को रिपोर्ट दिखाने पर डॉ. मुकेश शर्मा ने ऑपरेशन की सलाह दी. कहा कि इलाज में सात-आठ लाख रुपये का खर्च होंगे. इलाज की भारी भरकम रकम होने पर मैंने खुद को एम्स रेफर कराया. 13 फरवरी को मुंबई स्थित टाटा मेमोरियल कैंसर हॉस्पिटल में गया. मेरी 23 फरवरी तक जांच की गईं. जिसके बाद छह मार्च की रिपोर्ट निगेटिव आईं. जिस पर डॉक्टर ने कैंसर से इनकार कर दिया. जिस पर मैंने जांच का सैंपल लाने को कहा. इसके बाद मैंने संतुष्टि के लिए मेदांता हॉस्पिटल नोएडा में भी जांच कराई. जिसमें भी चिकित्सक ने किसी भी तरह के कैंसर से इनकार कर दिया.

इन पर लगाए गंभीर आरोप
किसान राजकुमार का आरोप है कि डॉ. टीपी सिंह, डॉ. मुकेश शर्मा, डॉ. संदीप अग्रवाल, क्लीनिकल पैथोलॉजी लैब के डॉ. अर्पित अग्रवाल और डॉ. अनिल अग्रवाल ने साजिश के तहत कैंसर की झूठी रिपोर्ट देकर मुझसे आठ-10 लाख रुपये ऐंठना का कुचक्र किया था. जिसकी वजह से मैंने मानसिक, शारीरिक और आर्थिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी. जिस पर मैंने पुलिस आयुक्त से शिकायत की. सीएमओ ने भी जांच कराई. जिसमें सभी चिकित्सकों को क्लीनचिट दे दी.
मुकदमा दर्ज करके जांच की शुरू
हरीपर्वत थाना के प्रभारी निरीक्षक आलोक कुमार सिंह ने बताया कि पीड़ित किसान राजकुमार की शिकायत पर पैथोलॉजिस्ट डॉ. अर्पित अग्रवाल और डॉ. अनिल अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. पीड़ित ने अन्य डॉक्टरों पर भी साजिश में शामिल होने का आरोप लगाएं हैं. जबकि, सीएमओ की जांच रिपोर्ट में सभी को क्लीनचिट की दी गई है. फिर भी जांच के दौरान अन्य चिकित्सकों से भी पूछताछ की जाएगी.