Asicon-2024: आगरा में द एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया की वार्षिक कॉन्फ्रेस Asicon-2024 चल रही हैं. जिसमें विशेषज्ञ बीमारियों के बारे में जागरुकता कर रहे हैं.
आगरा, उत्तर प्रदेश
Asicon-2024: उत्तर प्रदेश के आगरा में द एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया (The Association Of Surgeons Of India) की वार्षिक कॉन्फ्रेस Asicon-2024 चल रही हैं. जिसमें चौथे दिन शुक्रवार को देश और विदेश से आए विशेषज्ञों ने अपने अपने अनुभव और रिसर्च शेयर किए. एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया की Asicon-2024 में आए विशेषज्ञों का कहना है कि देश में लोगों की बदलती जीवनशैली और खानपान की वजह से लोगों में कैंसर, डायबिटीज और अन्य बीमारियां बढ रही हैं.

Asicon-2024: महिलाओं में बढ़ी थायराइड की बीमारी (Thyroid disease increased in women)
Asicon-2024 में केरला से आए डॉ. प्राजन ने बताया कि महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन से थायराइड की समस्या बढ़ी है. अनुवांशिक कारण से नवजात में भी थयराइड कैंसर मिल रहा है. जिन लोगों में थायराइड के कैंसर की समस्या है. वे परिवार के सदस्यों की जेनेटिक प्रोफाइल करा लें. जिससे समय से कैंसर होने का पता चल सकता है. डॉ. प्राजन ने बताया कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थॉयराइड केंसर ज्यादा है. थायराइड के 80 प्रतिशत मरीज महिलाएं होती हैं. इसमें दवाएं लेनी होती हैं. जिन मरीजों में कैंसर होता है. थायराइड का आकार बढ़ जाता है. उनकी सर्जरी कर थायराइड को निकाल दिया जाता है.

Asicon-2024: ज्यादा शराब पीने से पैंक्रियाज में सूजन (Swelling in pancreas due to excessive drinking)
महाराष्ट्र के औरंगाबाद स्थित एमजेएम मेडिकल कालेज से आए डॉ. राजेंद्र शिंदे ने बताया कि अत्यधिक शराब पीने से लिवर से ज्यादा नुकसान पैंक्रियाज में होता है. ये शराब पीने वाले नहीं जानते हैं. अधिक मात्रा में शराब पीने से पैंक्रियाज में सूजन आ जाती है. जिसका अभी का कोई ठोस इलाज नहीं है. पैक्रियाज में दिक्कत की वजह से इंसुलिन बनना कम हो जाता है. जिससे डायबिटीज बढती है. इसके ठीक ना होने पर शरीर के अन्य अंग भी प्रभावित होने लगते हैं. कहें तो पैंक्रियाज की सूजन ठीक नहीं हुई तो मरीज मल्टीपल आर्गन फेल्योर में चला जाता है. जिससे मौत तक हो जाती है.

उत्तर भारत में एक लाख में छह को पित्त की थैली का कैंसर
वाराणसी से आए डॉ. पुनीत ने बताया कि उत्तर भारत में पित्त की थैली और पित्त की थैली में कैंसर की समस्या ज्यादा है. यदि हम संख्या की बात करें तो एक लाख लोगों में छह में पित्त की थैली का कैंसर मिल रहा है. इस क्षेत्र में पानी में हैवी मैटेरियल हैं. इतना ही नहीं, खानपान के कारण भी ये समस्या बढ़ रही है. पित्त की थैली के कैंसर की सर्जरी में लिवर का हिस्सा भी निकाल दिया जाता है.