Asicon-2024 में विशेषज्ञ डॉ.नूतन जैन ने महिलाओं के पेंट-कुर्ती समेत अन्य ड्रेस की जेब में मोबाइल रखने से बांझपन और कैंसर खतरा रहता है. . कहा कि मोबाइल की तरंगों से पीआईडी की नस में सूजन आती है.
आगरा, उत्तर प्रदेश
Asicon-2024: उत्तर प्रदेश के आगरा में द एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया (The Association Of Surgeons Of India) की वार्षिक कॉन्फ्रेस Asicon-2024 चल रही हैं. जिसमें चौथे दिन शुक्रवार को मुजफ्फरनगर से आईं डॉ. नूतन जैन (Dr. Nutan Jain) ने mobycapsule.com से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने बताया कि विवाह बाद यौन संबंध और अपने साथी के प्रति वफादारी बेहद जरूरी है. ये हमारी भारतीय संस्कृति भी कहती है. इसका पाठ भी पढ़ाया जाता है. उन्होंने बताया कि छोटी उम्र और एक से अधिक लोगों के साथ यौन संबंध बनाने से महिलाओं में बांझपन और बच्चेदानी से जुड़े कैंसर बढ़ रहे हैं.
बता दें कि वर्धमान इनफर्टिलिटी एंड एंडोस्कोपी सेंटर मुजफ्फरनगर की संचालिका डॉ. नूतन जैन गायनेकोलॉजिकल सर्जन हैं. जो देश के साथ ही विदेश में भी अपनी विधा में माहिर हैं. डॉ. नूतन वाशिंगटन डीसी, यूएसए, एशिया प्रशांत क्षेत्र और अन्य देशों में भी लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के बारे में सेमिनार संबोधित करती हैं. आगरा के होटल जेपी में आयोजित एसोसिएशन ऑफ सर्जंस ऑफ इंडिया की एसिकॉन-2024 के चौथे दिन उन्होंने महिलाओं में बढ़ती बीमारियों पर व्याख्यान दिया है.
Asicon-2024: एक से अधिक साथी से यौन संबंध ना बनाएं (Do not have sex with more than one partner)
मुजफ्फरनगर से आईं डॉ. नूतन जैन ने बताया कि यदि हम सर्जरी के मरीजों की बात करें तो इसमें 28-30 फीसदी महिलाएं होती हैं. जो गंभीर बात है. महिलाएं तमाम बीमारियों की चपेट में आ रही हैं. सर्जरी की बात करें तो महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर, पित्त की थैली में पथरी व सर्जरी के साथ ही बच्चेदानी, बच्चेदानी के मुख में कैंसर की सर्जरी सबसे ज्यादा हो रही हैं. इनमें 5-6 फीसदी महिलाएं, ऐसी होती हैं. जो छोटी उम्र में यौन संबंध बनाने और एक से अधिक यौन साथी होने से संबंध बनाने की वजह से बच्चेदानी और बच्चेदानी के मुख कैंसर की चपेट में आईं. इस कैंसर के केस बढ़ रहे हैं.

Asicon-2024: पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज से बांझपन (Infertility due to pelvic inflammatory disease)
विशेषज्ञ डॉ. नूतन जैन बताती हैं कि ऐसी महिलाओं की योनि में संक्रमण, उससे गंदा पानी होना, यौन संबंध बनाने में दर्द होना, पेशाब की थैली में संक्रमण की भी दिक्कत मिल रही हैं. इस संक्रमण के बच्चेदानी, अंडेदानी और नली में पहुंचने पर ही गर्भधारण करने में दिक्कत आ रही है. मेडिकल की भाषा में कहे तो इसे पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (पीआईडी) कहते हैं. इससे ही बांझपन की समस्या बन रही है.
Asicon-2024: जांघ के पास के मोबाइल से भी बांझपन (Infertility due to mobile near thigh)
डॉ. नूतन जैन बताती है। कि आज की बात करें तो महिलाएं पेंट-कुर्ती समेत अन्य पोशाक पहनती हैं. जिसमें जेब होती हैं. उसी जेब में मोबाइल रखती हैं. ऐसा करने से भी बांझपन का खतरा है. मोबाइल की तरंगें पीआईडी की नस में सूजन और अन्य तरीके से प्रभावित करती हैं. जिसकी वजह से ही गर्भ ठहरने में दिक्कत आ रही है. कामकाजी युवतियों के विवाह के बाद ये परेशानी सबसे अधिक बढ़ी रही है.

Asicon-2024: महिलाओं में रसौली के ऑपरेशन सबसे ज्यादा (Most fibroid operations in women)
डॉ. नूतन जैन बताती हैं कि आज के समय में महिलाओं में रसौली के ऑपरेशन तेजी से बढ़ रहे हैं. जिसकी सबसे बडी वजह ज्यादा माहवारी होना, गर्भाश्य और बच्चेदानी में संक्रमण होना है. यदि महिलाएं कुछ भी असामान्य महसूस करें तो तुरंत विशेषज्ञ को दिखाएं. इसमें बिल्कुल भी देरी और लापरवाही ना बरतें. उन्होंने कहा कि यदि किसी महिला की सर्जरी करनी है तो इसके उपचार में सर्जन और स्त्री रोग विशेषज्ञ आपसी तालमेल बढ़ाएं.
ये टिप्स रखें ध्यान
- वयस्क होने पर ही यौन संबंध- एक साथी के प्रति वफादारी।
- जननांगों की स्वच्छता, कपड़े की बजाय सेनेटरी नैपकिन का उपयोग।
- स्कूलों में यौन शिक्षा, यौन संबंध-मासिक धर्म के बारे में जानकारी।
- एंटी सर्वाइकल वैक्सीन लगवाने, ह्यूमन पैपिलोमा वायरस की जांच।
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