Agra News: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के नोटिस के जवाब में झोलाछाप अपने चिकित्सक होने का कोई प्रमाण नहीं दे पाए. इन झोलाछाप के खिलाफ केस दर्ज है.
आगरा, उत्तर प्रदेश
Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में शहर और देहात में झोलाछाप (quacks are opening clinics) क्लीनिक खोलकर बीमारों का इलाज कर उनकी जिंदगी से खिलवाड कर रहे हैं. आगरा में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग (Medical and Health Department in Agra) की टीम ने जिले में बीते दो माह से अधिक समय तक झोलाछाप की धर पकड में अभियान चलाया. जिसमें बिना डिग्री व लाइसेंस के प्रसव और गर्भपात कराने, इलाज करने पर कई झोलाछाप धरे गए. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापामार कार्रवाई में दवाएं और उपकरण भी जब्त किए. इसके बाद नोटिस दिए गए. स्वास्थ्य विभाग के नोटिस के जवाब में झोलाछाप अपने चिकित्सक होने का कोई प्रमाण नहीं दे पाए. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने इन झोलाछाप के खिलाफ तहरीर दी. जिले में ऐसे ही 11 झोलाछापों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. जबकि, अन्य झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है.
आगरा सीएमओ (Agra CMO Dr. Arun Srivastava) डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में करीब दो माह में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापे मारे. जिसमें शहर और देहात में 20 से अधिक झोलाछाप और उनके अवैध अस्पताल-क्लीनिक संचालित होते पकड़े गए. छापामार कार्रवाई में स्वास्थ्य विभाग की टीम को जिले में झोलाछाप अपने क्लीनिक पर गर्भपात-प्रसव कराते धरे गए. क्लीनिक से गर्भपात और प्रसव कराने के उपकरण और दवाएं भी मिली थीं. जिस पर सभी जब्त किए गए. इसके साथ ही वहां पर सील लगाई गई थी.
Agra News: शासन को भेजी रिपोर्ट (Report sent to the government)
सीएमओ (Agra CMO Dr. Arun Srivastava) डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि छापामार कार्रवाई के बाद सभी को नोटिए दिए गए. जिसमें 11 क्लीनिक और अस्पताल को बिना चिकित्सकीय डिग्री, क्लीनिक व अस्पताल का लाइसेंस और एनओसी का प्रमाण नहीं भी नहीं लिया गया था. इसके बाद इन 11 झोलाझाप के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुलिस कमिश्नर और संबंधित थानों में तहरीर दी गई. जिसके बाद 11 झोलाझाप के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. इसके साथ ही इसकी रिपोर्ट शासन को भी भेजी गई है. बाकी के भी रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कराने पर एफआईआर कराई जाएगी.
Agra News: इनके खिलाफ हुई एफआईआर (FIR lodged against them)
कसाव पॉली क्लीनिक किरावली, गणपति हॉस्पिटल शमसाबाद, प्रीति हॉस्पिटल जगनेर, न्यू राधिका हॉस्पिटल शमसाबाद, जीएस पैथोलॉजी लैब शमसाबाद, शन्नो क्लीनिक अछनेरा, राकेश क्लीनिक किरावली, स्नेहलता क्लीनिक ताजगंज, ज्योति हॉस्पिटल बाह, संगीता जादौन क्लीनिक पिनाहट, अमिता मसीह क्लीनिक शाहगंज
Agra News: क्लीनिक का रिकॉर्ड नहीं मिले कार्रवाई की तैयारी (Preparation for action as clinic records not found)
सीएमओ ने बताया कि छापामार कार्रवाई में ट्रांस यमुना कॉलोनी स्थित जेपी हॉस्पिटल, महादेव हॉस्पिटल, लोकहितम हॉस्पिटल, शिवशक्ति हॉस्पिटल, आकाश हॉस्पिटल, ग्लोबल हॉस्पिटल, कमला नगर स्थित ओम अशोका हॉस्पिटल, भाटिया क्रिटिकल केयर यूनिट, हृदयम हॉस्पिटल में छापे के दौरान चिकित्सक नहीं मिले थे. ट्रांस यमुना कॉलोनी स्थित सूर्य उदय हॉस्पिटल में डॉक्टर नहीं थे और अवैध मेडिकल स्टोर मिला था. लाइसेंस का नवीनीकरण भी नहीं कराया गया था. इनको नोटिस देकर चिकित्सक-पैरामेडिकल स्टाफ की चिकित्सकीय डिग्री, लाइसेंस, विभिन्न विभाग से एनओसी मांगी. अभी तक इन चिकित्सा संस्थान से कोई डिटेल्स नहीं मिली है. इसके चलते इन पर कार्रवाई की तैयारी चल रही है.
Agra News: हर मर्ज का इलाज करते मिले थे झोलाझाप (Quacks were found treating every disease)
बता दें कि आगरा में बीते दो माह तक चले अभियान में शहर और देहात में झोलाछाप सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार, डेंगू, मलेरिया के साथ ही अन्य मर्ज के मरीजों का इलाज करते मिले. महिला झोलाछाप तो घर पर प्रसव कराती मिली थी. छापामार कार्रवाई में झोलाछाप मौके से धरे गए. मगर, उन्हें गिरफ्तार नहीं किया. अपंजीकृत हास्पिटल और क्लीनिक खेल के प्रभारी डॉ. जितेंद्र लवानिया ने बताया कि छापे के दौरान झोलाछाप के मिलने पर उसे पुलिस को सौंप दिया जाता है. इसके बाद नोटिस और तहरीर भी दी गई थी.