SNMC News: बच्ची खेल खेल में बैटरी सेल निगल गई थी. जिससे उसकी हालत खराब हुई. इस पर परिजन एसएन मेडिकल कॉलेज लेकर आए.
आगरा, उत्तर प्रदेश
SNMC News: उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज (Sarojini Naidu Medical College in Agra) में डॉक्टर्स ने एक दस वर्षीय बच्ची की जान बचाने का काम किया है. बच्ची खेल खेल में बैटरी सेल (Battery Cell) निगल गई थी. जिससे उसकी हालत खराब हुई. इस पर परिजन एसएन मेडिकल कॉलेज ( SNMC News) लेकर आए. जिस पर ईएनटी विभाग के (ENT Department Dr. Akhil Pratap Singh) असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अखिल प्रताप सिंह ने बच्ची को मेडिसिन विभाग की एंडोस्कोपी यूनिट में रेफर किया था.
बता दें कि दस वर्षीय बच्ची खेल खेल में एक बैटरी सेल निगल गई. जो खाने की नली में अटक गया. जिससे बच्ची को उलटी और खाना निगलने में परेशानियां के कारण परिजन उसे सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज लेकर आए. जहां पर ईएनटी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर अखिल प्रताप सिंह ने बच्ची को देखा तो उसकी हालत देखकर मेडिसिन विभाग के एंडोस्कोपी यूनिट में भेज दिया.
SNMC News: बैटरी सेल निगले से खाने के नली में अलसर (Ulcer in food pipe due to swallowing battery cell)
सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग की एंडोस्कोपी यूनिट (Endoscopy Unit of Medicine Department) में कार्यरत डॉक्टर्स की टीम ने बच्ची की खाने की नली से फंसे एक दो सेंटीमीटर की बैटरी सेल निकाला तो बच्ची की जान बची. प्रभारी जीआई यूनिट सहायक प्रोफेसर डॉ. सूर्य कमल वर्मा ने बताया कि बच्ची के बैटरी सेल निगले से उसके खाने के नली में अलसर बन चुके थे. क्योंकि, बैटरी सेल में केमिकल है. जिसके चलते ही बच्ची को उपचार दिया गया.

SNMC News: मरीजों को बेहतर उपचार मिल रहा (Patients are getting better treatment)
प्रभारी जीआई यूनिट सहायक प्रोफेसर डॉ. सूर्य कमल वर्मा ने बताया कि एंडोस्कोपी प्रक्रिया में तकनीशियन पंकज शर्मा ने अपनी सेवाएं दीं. एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि विशेषज्ञ डॉक्टर्स की वजह से एक बच्ची की जान बची है. एसएनएमसी में सुविधाएं बढ़ने से मरीजों को बेहतर उपचार मिल रहा है. ये डॉक्टर्स टीम का सराहनीय कार्य है.