HMPV Cases LIVE: चीन में कहर बरपा रहे ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) ने भारत भी दस्तक दे दी है. देश में एचएमपीवी के केस मिलने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अलर्ट जारी किया है.
नागपुर/ बेंगलुरु/चेन्नई/अहमदाबाद/ आगरा,
HMPV Cases LIVE: चीन से अब नई बीमारी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) का डर पूरी दुनिया को सता रहा है. एचएमपीवी की बात करें तो ये चीन में तेजी से फैल रहा है. अब इस बीमारी ने भारत में भी दस्तक दे दी है. भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV Cases LIVE) के आठ केस मिले हैं. जो महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और गुजरात में मिले हैं. इसमें महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु में 2-2, पश्चिम बंगाल और गुजरात में एक-एक संक्रमित (HMPV Cases LIVE) मरीज मिला है. जिससे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय अलर्ट और एडवाइजरी जारी की है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अलर्ट में लिखा है कि घबनाएं नहीं, एचएमपीवी में सर्दी जुकाम के साथ ही निमोनिया और खांसी की समस्या हो रही है. ये बीमारी बच्चों के साथ ही बुजुर्ग, गंभीर बीमारी से पीड़ित जैसे मरीज को ज्यादा चपेट में ले रही है. क्योंकि, इनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है. उनमें संक्रमण का खतरा अधिक है. ऐसे में एसएन मेडिकल कॉलेज में इससे संक्रमित की जांच के साथ ही रैपिड रिस्पांस टीम को अलर्ट करने के साथ ही कंट्रोल रूम नंबर जारी भी जारी किया गया है.
आगरा सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि एचएमपीवी के कुछ केस देश में मिले हैं. जिनमें कई बच्चे हैं. इससे घबराने नहीं. इसकी जांच एसएन मेडिकल कॉलेज की वॉयरोलाजी लैब में की जाएगी. इसकी पूरी व्यवस्था की है. इलाज की व्यवस्था भी एसएन में की गई है. मरीज आने पर आइसोलेशन वॉर्ड बनाया जाएगा. किसी भी तरह की जानकारी और समस्या के लिए कंट्रोल रूम के नंबर पर संपर्क कर सकते हैं.

HMPV Cases LIVE: घातक नहीं है एचएमपीवी (It is not fatal like Covid)
एसएन मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. मृदुल चतुर्वेदी बताते हैं कि अभी तक की इसको लेकर कई रिपोर्ट सामने आई हैं. जिसमें एचएमपीवी घातक नहीं है. बुजुर्ग और कैंसर, मधुमेह सहित गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों में ही संक्रमण का खतरा है. इसकी कोई दवा भी नहीं है. अभी तक लक्षण के आधार पर ही इलाज किया जा रहा है. एसएन के रेस्पिरेटरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. गजेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि एचएमपीवी के अभी तक जितने भी केस मिले हैं. उनमें कोविड जैसी घातकता नहीं है. जिसमें स्वस्थ व्यक्ति के भी संक्रमित होने पर जान को खतरा था. जिन लोगों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हैं. उनमें खतरा ज्यादा है.
HMPV Cases LIVE: कोविड की तरह नहीं है घातक (HMPV infection spread in 2001)
एसएन के रेस्पिरेटरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. गजेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि एचएमपीवी के अभी तक जितने भी केस मिले हैं. उनमें कोविड जैसी घातकता नहीं है. जिसमें स्वस्थ व्यक्ति के भी संक्रमित होने पर जान को खतरा था. जिन लोगों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हैं. उनमें खतरा ज्यादा है. एसएन मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. नीरज यादव ने बताया कि बच्चों में सर्दी जुकाम और तेज बुखार आने पर डॉक्टर्स से परामर्श लें. इलाज कराएं. सर्दी में वायरल निमोनिया ज्यादा मिल रहा है. मगर, समय से दवा लेने पर बच्चे ठीक हो रहे हैं.
HMPV Cases LIVE: 2001 में फैला था एचएमपीवी का संक्रमण (People coming from outside should also be monitored)
एसएन के माइक्रोबॉयोलाजी विभागाध्यक्ष डॉ. अंकुर गोयल ने बताया कि एचएमपीवी का संक्रमण नया नहीं है. संक्रमण 2001 में फैल चुका है. इसकी जांच भी कोविड की तरह से मुंह और नाक का स्राव लेकर आरटीपीसीआर से की जाती है. वायरोलाजी लैब में जांच की सुविधा है. खांसने और छींकने पर निकलने वाली सूक्ष्म बूंद और मरीज के संपर्क में आने पर संक्रमण फैलने का खतरा रहता है.
HMPV Cases LIVE: बाहर से आने वाले लोगों पर भी नजर
डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि रैपिड रिस्पांस टीम को भी अलर्ट कर किया जाए. देश भर में तेजी से केस बढ़ने पर बाहर से आने वाले लोगों पर भी नजर रखी जाएगी. जिले में सांस संबंधी बीमारी होने पर उनकी जांच और इलाज कराया जाएगा. तेज बुखार, सांस लेने में परेशानी होने पर डाक्टर को दिखाने के बाद ही दवा लें. इसके लिए सीएमओ कार्यालय का कंट्रोल रूम का नंबर 87913 93336 0562-2600412 पर कॉल कर सकते हैं.
HMPV Cases LIVE: ये हैं लक्षण (These are the symptoms)
- जुकाम और नाक बहना.
- तेज बुखार आना.
- सांस लेने में परेशानी.
- खांसी बंद ना होना.
- फेफड़ों में संक्रमण.
- निमोनिया होना.
HMPV Cases LIVE: ये करें (Do this)
- बाहर से आने पर हाथों को साबुन से धोएं
- बार−बार हाथ से नाक और मुंह ना छूएं
- खांसने और छींक आने पर रुमाल रख लें
- मास्क भी लगा सकते हैं