UP News: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक एक्शन में हैं. लगातार प्रदेश के अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में गैर हाजिर चलने वाले चिकित्सकों पर कार्रवाई कर रहे हैं. डिप्टी सीएम ने चेतावनी दी कि किसी भी कीमत पर अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
लखनऊ, उत्तर प्रदेश.
UP News: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम व चिकित्सा मंत्री ब्रजेश पाठक लगातार प्रदेश के अस्पतालों से ड्यूटी के समय गैर हाजिर रहने वाले डॉक्टरों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाए हुए हैं. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने शुक्रवार शाम कानपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज के दो चिकित्सा शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि अनुशासनहीनता किसी की भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मरीजों को उच्च स्तरीय इलाज उपलब्ध कराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि राजकीय मेडिकल कॉलेज, कानपुर के प्रवक्ता डॉ. वैभव श्रीवास्तव को बर्खास्त किया है. डॉ. वैभव श्रीवास्तव ने मार्च 2014 में प्रवक्ता का पद ग्रहण किया था. लेकिन, साल 2017 में बगैर शासन से एनओसी लिए डीएम पाठ्यक्रम में स्टडी के करने लगे. इसके साथ ही अनाधिकृत रूप से लगातार ड्यूटी से अनुपस्थित रहने के लिए जांच में दोषी भी पाए गए. जिसके बाद उनके खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है.

UP News: कमिश्नर कानपुर मंडल को जाँच दी
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि ऐसे ही लोक सेवा आयोग से चयनित राजकीय मेडिकल, कॉलेज कानपुर में तैनात सहायक आचार्य, न्यूरो सर्जरी विभाग डॉ. सौरभ दुबे नवंबर 2023 से लगातार गैर हाजिर हैं. बिना सूचना गैर हाजिर रहने पर डॉ. सौरभ दुबे को बर्खास्त किया है. इसके साथ ही राजकीय मेडिकल कॉलेज, कानपुर में ही तैनात रहे सह-आचार्य, न्यूरो सर्जरी विभाग डॉ. राघवेंद्र गुप्ता की ओर से कानपुर और फतेहपुर में प्राइवेट प्रैक्टिस किए जाने का मामला सामने आने पर उनका ट्रांसफर राजकीय मेडिकल कॉलेज झांसी में किया है. डॉ. राघवेंद्र गुप्ता के खिलाफ विभागीय अनुशासनिक कार्रवाई किए जाने के आदेश दिए गए हैं. जिसकी जांच कमिश्नर कानपुर मंडल कर रहे हैं.
UP News: इन पर भी हुई कार्रवाई
डिप्टी सीएम ने अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवराजपुर, कानपुर के चिकित्साधिकारी डॉ. कुमार सौरभ गौड़ और डॉ. नायला आफसीन, चिकित्साधिकारी, अम्बेडकर नगर के खिलाफ विभागीय अनुशासनिक कार्रवाई करने के निर्देश प्रमुख सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण को दिए गए हैं.