Tulsi Leaves: तुलसी के सेवन से इम्युनिटी बूस्ट होती है. तुलसी की चाय या काढा पीने से सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार में राहत मिलती है. आइए, तुलसी के बेनिफिट्स जानते हैं.
भरतपुर, राजस्थान
Tulsi Leaves: तुलसी सिर्फ एक पौधा नहीं है. हिंदू धर्म में इसे देवी का रूप मानते हैं तो आयुर्वेद में इसे महाऔषधि (Maha-Medicine) कहते हैं. विज्ञान भी ये मानता है कि तुलसी अपनी न्यूट्रिशनल वैल्यू (nutritional value) और औषधीय गुणों (medicinal properties) से भरपूर है. आज बात तुलसी के बेनिफिट्स की. जिसे भरतपुर के वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य (senior Ayurvedacharya Dr. Chandra Prakash Dixit) डॉ. चंद्र प्रकाश दीक्षित बता रहे हैं. आइए, तुलसी के सेवन के लाभ जानते हैं.
बता दें कि तुलसी एक हर्ब है. जो पुदीना की फैमिली से आती है. जिसे साइंस की भाषा में ओसीमम बेसिलिकम कहते हैं. आमतौर पर जिसे इटैलियन और साउथ ईस्ट एशियन फूड्स में खास फ्लेवर के लिए इस्तेमाल किया जाता है. जिसकी ताजा पत्ती और सूखी पत्ती का इस्तेमाल किया जाता है.
Tulsi Leaves: इन बीमारी को रखें कंट्रोल (Keep these diseases under control)
वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य डॉ. चंद्र प्रकाश दीक्षित बताते हैं कि तुलसी के पौधे चबाने नहीं. क्योंकि, तुलसी के पत्तो में पारा होता है. ऐसे में यदि आप तुलसी की पत्तियां चबाकर खाएंगे तो जो तुलसी की पत्तियां दांतों की खाली जगह पर रह गया तो उस जगह पर दांत वहीं से क्रेक हो सकता है. इसलिए, तुलसी की पत्तियां चबाकर नहीं खाएं. बल्कि, उन्हें निगलें. जो पेट में जाकर जल्द ही घुल जाएगी. इसके साथ ही तुलसी के सेवन से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल होता है. पारंपरिक चीनी चिकित्सा में सदियों से तुलसी की पत्तियों से हार्ट डिजीज का इलाज किया है. इससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है. तुलसी की पत्तियों में एंटीऑक्सिडेंट और एसेंशियल ऑयल भरपूर मात्रा में पाया जाता है. जो इम्यूनिटी मजबूत करता है. पाचन सुधरता है तुलसी की पत्तियों के सेवन से पाचन एंजाइम अधिक स्रावित होते हैं। इनकी मदद से पाचन आसान हो जाता है. इससे एसिडिटी और गैस की समस्या भी दूर होती है. अस्थमा और श्वास संबंधी बीमारियों में फायदेमंद इसके कफ और वात संतुलन प्रभाव के कारण, यह अस्थमा और पुरानी सांस की बीमारियों, सर्दी और खांसी के उपचार में भी उपयोगी है.
Tulsi Leaves की ये है न्यूट्रिशनल वैल्यू (This is the nutritional value of Tulsi Leaves)
यूनाइडेट स्टेट डिपार्टमेंट आफ एग्रीकल्चर के मुताबिक, एक टेबल स्पून तुलसी की हरी पत्तियों की न्यूट्रिशनल वैल्यू की बात करें तो इसमें रोजाना की जरूरत का 0.6 कैलोरी, तीन प्रतिशत विटामिन ए, 13 प्रतिशत विटामिन के, 0.5 प्रतिशत कैल्शियम, 0.5 प्रतिशत आयरन, 1.5 प्रतिशत मैंगनीज होता है. जबकि, एक टेबल स्पून तुलसी की सूखी पत्तियों की न्यट्रिशनल वैल्यू की बात करें तो इसमें रोजाना की जरूरत का पांच कैलोरी, चार प्रतिशत विटामिन ए, 43 प्रतिशत विटामिन के, 4 प्रतिशत आयरन, 5 प्रतिशत कैल्शियम और 3 प्रतिशत मैंगनीज होता है.
Tulsi Leaves: इन बीमारियों से रखे दूर (Keep away from these diseases)
अब बात तुलसी के पत्तों और बीज के सेवन से रोजाना मिलने वाले फायदे की. रोजाना तुलसी के सेवन से सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार में राहत मिलती है. एंजाइटी और डिप्रेशन भी दूर होता है. ब्रेन फंक्शनिंग और मैमोरी पॉवर में सुधार आता है. इसके साथ ही ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है. रोजाना तुलसी के सेवन से पथरी, बैक्ट्रिरियल संक्रमण और मलेरिया जैसी बीमारी से भी बचाव होता है. रोजाना तुलसी के सेवन से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड कम होता है. पाचन भी ठीक रहता है. इसके साथ ही तुलसी की पत्तियों के सेवन से अस्थामा में राहत मिलती है. कई सांइटिफिक स्टडी कहती हैं कि तुलसी एक पॉवर एंटी कैंसर एलीमेंट है.
Tulsi Leaves: कैंसर से बचाए (Protects from cancer)
बता दें कि तुलसी कैंसर से बचाती है. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में अगस्त, 2016 में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, तुलसी हमें कई तरह के कैंसर से बचा सकती है. इस स्टडी में देखा गया कि तुलसी ने टेस्ट ट्यूब में मानव कोलन कैंसर सेल्स ग्रोथ को रोक दिया. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में जनवरी, 2015 में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, तुलसी की पत्तियों के अर्क में कैंसररोधी गुण होते हैं. तुलसी कैंसर सेल्स को बढ़ने और डिवाइड होने से रोकती है. इसके बाद उन्हें नष्ट भी कर देती है.