Agra News: बीसीजी टीका बच्चों में क्षय रोग की रोकथाम में बहुत प्रभावी होता है. यदि आपके बच्चे को लगातार खांसी और बुखार आ रहा है तो सतर्क हो जाएं. बच्चे को टीबी होने का खतरा अधिक है. बच्चों में क्षय रोग के त्वरित निदान और प्रभावी उपचार की जरूरत होती है. इसलिए, बच्चों में पीडियाट्रिक टीबी के लक्षण, उपचार और रोकथाम के तरीके जानना जरूरी है.
आगरा, उत्तर प्रदेश.
Agra News: पीएम मोदी के टीबी मुक्त भारत मिशन को लेकर आगरा (Agra News) में स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीबी की रोकथाम के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग का पूरा फोकस बच्चों की सेहत पर है. क्योंकि, बच्चों में क्षय रोग (पीडियाट्रिक टीबी) एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है. जिसके लिए त्वरित निदान और प्रभावी उपचार की आवश्यकता है.
आगरा के (Agra News) मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बातया कि क्षय उन्मूलन के लिए समुदाय स्तर पर लोगों का जागरूक होना अति आवश्यक है. ज्यादातर अभिवावक बच्चों की खांसी को मौसम का बदलाव या रात में पंखा चलाने को वजह मानते हैं. जबकि, यह टीबी का भी संकेत हो सकता है. बच्चे को लगातार खांसी और बुखार बने रहने से टीबी होने का खतरा भी बढ़ जाता है. बच्चों में क्षय रोग (पीडियाट्रिक टीबी) के बारे में जागरूकता बढ़ाने में सभी का सहयोग महत्वपूर्ण है.

टीबी रोग के लक्षण बच्चों में पहचानना मुश्किल
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सुखेश गुप्ता ने बताया कि बच्चों में टीबी का शीघ्र निदान करना बहुत जरूरी है, क्योंकि इनके लक्षण वयस्कों की अपेक्षा भिन्न और कम स्पष्ट होते हैं. यही वजह है कि बच्चों में टीबी का निदान करना मुश्किल हो सकता है. लेकिन, जिले में जांच की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं. जो टीबी की पहचान में अत्यधिक प्रभावी साबित हो रही हैं. जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सुखेश गुप्ता ने बताया कि बच्चों में क्षय रोग के शीघ्र निदान और प्रभावी उपचार से बच्चों की जान बचाई जा सकती है. बच्चों में क्षय रोग के लक्षणों में खांसी, बुखार, वजन कम होना, भूख कम होना और गांठों का होना है. यदि आपके बच्चे में इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें.

बच्चों का टीकाकरण जरूरी
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सुखेश गुप्ता ने बताया कि बच्चों में क्षय रोग के उपचार में एंटी-ट्यूबरक्यूलर ड्रग्स का उपयोग की जाती है. उपचार की अवधि आमतौर पर 6 महीने होती है, लेकिन यह बच्चे की उम्र और बीमारी की गंभीरता पर निर्भर करती है. बच्चों में क्षय रोग की रोकथाम के लिए टीकाकरण बहुत महत्वपूर्ण है. नियमित टीकाकरण के तहत लगाए जाने वाला बीसीजी का टीका बच्चों में क्षय रोग की रोकथाम में बहुत प्रभावी है. यह टीका बच्चों को क्षय रोग से बचाने में मदद करता है.
बच्चों में क्षय रोग के लक्षण
- खांसी जो 2 सप्ताह से अधिक समय तक रहती है
- बुखार आना
- वजन कम होना
- भूख कम होना
- गांठों का होना
- खांसी में खून आना
बच्चों में क्षय रोग की रोकथाम के तरीके
- स्वच्छता और साफ-सफाई का ध्यान रखें
- खांसी और जुकाम से पीड़ित लोगों से दूर रहें
- स्वस्थ आहार लें
- नियमित रूप से व्यायाम करें
आगरा में जांच की सुविधाएं
- जीनएक्सपर्ट टेस्ट
- सीबी-नेट टेस्ट
- एक्स-रे और सीटी स्कैन