UP News: आगरा में अवैध और नशीली दवाओं की मंडी बन गया है. आगरा में नकली दवाओं के कई बड़े रैकेट उजागर हुए. जिनके अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का खुलासा हुआ. बीते दस साल की बात करें तो आगरा में 260 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध, नशीली दवाएं जब्त की जा चुकी हैं.
आगरा, उत्तर प्रदेश
UP News: उत्तर प्रदेश के आगरा अवैध, नशीली और प्रतिबंधित दवाओं की मंडी बन चुका है. आगरा में अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय अवैध दवा कारोबार के तस्कर एक्टिव हैं. जिले से नकली, नारकोटिक्स श्रेणी की दवाएं, एक्सपायर्ड दवाओं की री-पैकिंग, अवैध दवा कारोबार समेत अन्य तरह से दवाओं की कालाबाजारी के खुलासे हो चुके हैं. आगरा में पशुओं की भी नकली दवाएं पकड़ी जा चुकी हैं. यदि आगरा की बात करें तो बीते 10 साल में 260 करोड़ रुपये से अधिक की दवाएं जब्त हुई हैं. इन अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय तस्कर गैंग का रैकेट 10 राज्यों के साथ नेपाल, बांग्लादेश और पाकिस्तान तक नेटवर्क है.
बता दें कि सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो ने इस बार आगरा में नशीली और प्रतिबंधित दवाओं का जखीरा जब्त किया है. जिसके नेटवर्क को खंगाले में पुलिस और नारकोटिक्स विभाग की टीम लगी हुई है. आगरा में पहले भी एंटी नारकोटिक्स टॉस्क फोर्स, एसटीएफ और औषधि विभाग की टीमों ने आगरा में छापा मार कार्रवाई की. जिसमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान में नकली, नारकोटिक्स श्रेणी, सरकारी दवाओं, री-पैकिंग समेत अन्य के मामले पकड़े गए थे.

अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का खुलासा हुआ
बता दें कि आगरा में जब भी नकली, नशीली और अवैध दवाओं का खेल पकड़े गए. बीते साल आगरा में नारकोटिक्स टॉस्क फोर्स ने बांग्लादेश तक कफ सिरप और मानसिक रोगों की दवाओं के नशे के लिए कालाबाजारी का खेल खुलासा किया था. इस बारे में सहायक आयुक्त औषधि अतुल उपाध्याय ने बताया कि पकड़े गए मामलों में केस दर्ज कराया. कई को सजा भी हुई. अन्य मामलों में ठोस पैरवी की जा रही है.
आगरा में फिर पकड़ी दवाएं
बरेली के बाद शनिवार को नारकोटिक्स ड्रग एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) टीम ने आगरा के नुनिहाई में ऑटो से अवैध रूप से नारकोटिक्स श्रेणी की दवाएं जब्त की हैं. जिसमें कफ सिरप, नींद की दवाएं भरी थीं. टीम ने ऑटो चालक, दो हॉकर गिरफ्तार किए गए. जिनसे पूछताछ की. जिस पर पुलिस, औषधि विभाग और नारकोटिक्स टीम ने फव्वारा बाजार में फर्म पर भी छापा मारा. जहां पर एक दुकान बंद मिली. जिस पर टीम खाली हाथ लौट आई.

यह आगरा में पकड़े गए बड़े रैकेट
- सन 2025 में ताजगंज में इदरीश के घर बने गोदाम से से अवैध रूप से दवाएं बरामद हुई थीं. जो रिश्तेदार पप्पू की बताईं गई थीं. जिनकी जांच की जा रही है.
सन 2024 में यहां पर हुई थी कार्रवाई
- शास्त्रीपुरम में जीजा-साले अश्वनी गुप्ता, सौरभ दुबे की पशुओं की नकली दवा बनाने की दो फैक्टरी पकड़ी. जिसकी जांच चल रही है.
- कमला नगर निवासी विजय गोयल की चार अवैध फैक्टरी में नकली दवाएं, मशीनें और कच्चा माल पकड़ा गया था. जिसमें कई आरोपी जेल गए.
- सन 2021 में आवास विकास कॉलोनी में धीरज राजौरा, प्रदीप राजौरा, नकली, एक्सपायर्ड दवाओं की री-पैकिंग का खेल पकड़ा गया था.
- सन 2019 में फ्रीगंज में दिल्ली की नारकोटिक्स टीम दो गोदाम पर छापा मारा. जहां पर चार दिन तक कार्रवाई चलती रही थी.
- सन 2018 में कमला नगर निवासी पंकज गुप्ता का अंतरराज्यीय गैंग की नकली, सरकारी दवाओं की कालाबाजारी का खेल पकड़ा गया था.
- सन 2016 में कमला नगर निवासी कपिल अरोड़ा और जितेंद्र अरोड़ा का पंजाब एसटीएफ ने तीन गोदाम सील किए.
- सन 2015 में शास्त्रीपुरम स्थित निखिल होम्स में दवाओं से भरे दो गाेदाम पकड़े गए थे.