National Doctor's Day 2025: हर देश में अलग-अलग तिथि को ‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ मनाया जाता है. भारत में हर साल एक जुलाई को ‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ के रूप में मनाया जाता है. इस बार 35 वां नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जा रहा है. ‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ पर देश में मानव स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में काम करने में सभी डॉक्टर्स के योगदान को सम्मान दिया जाता है. आइए, इस दिन को मनाने की शुरुआत के बारे में जानते हैं?
नई दिल्ली/कोलकाता.
National Doctor’s Day 2025: डॉक्टर्स जिंदगी और मौत से जूझ रहे मरीजों का ना सिर्फ इलाज करते हैं, बल्कि उन्हें एक नया जीवन भी देते हैं. इसलिए, तो डॉक्टर्स को धरती का भगवान कहा जाता है. डॉक्टर्स के समर्पण और सेवा भाव को सम्मान देने के लिए हर साल एक जुलाई को ‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ (National Doctor’s Day 2025) मनाया जाता है. भारत में आखिर क्यों हर साल ‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ मनाया जाता है? आइए, इस दिन को मनाने की शुरुआत के बारे में जानते हैं?
बता दें कि देश के मशहूर चिकित्सक व भारत रत्न डॉ. बिधान चंद्र रॉय का जन्म जुलाई 1882 को बिहार में पटना के बांकीपुर में एक बंगाली कायस्थ परिवार में हुआ था. उनके पिता आबकारी विभाग में निरीक्षक थे तो माता अघोरे कामिनी देवी सामाजिक कार्यकर्ता थीं. पांच भाई-बहनों में सबसे छोटे बिधान चंद्र रॉय ने कलकत्ता मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरी की पढ़ाई की. इसके बाद उन्होंने सन 1911 में एक साथ रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियंस का सदस्य और रॉयल कॉलेज ऑफ सर्जंस का फेलो बनने की दुर्लभ उपलब्धि अपने नाम दर्ज की. देश की आजादी में अहम भूमिका निभाई. डॉ. बिधान चंद्र रॉय की मानव सेवा और चिकित्सा क्षेत्र में दिए गए उनके योगदान को सम्मान देने व उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए हर साल एक जुलाई को ‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ (National Doctor’s Day 2025) मनाया जाता है.

National Doctor’s Day 1991 में पहली बार सेलिब्रेट किया गया था
बता दें कि भारत में सबसे पहले ‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ (national doctors day) 1991 में सेलिब्रेट किया था. जब भारत रत्न व मशहूर चिकित्सक डॉ. बिधान चंद्र रॉय को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाना शुरू हुआ था. जिन्होंने भारत की स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने में बड़ा योगदान दिया था. इसके बाद ही हर साल एक जुलाई को ‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ मनाया जा रहा है. इस साल देश में 35 वां ‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ (doctors day speech in hindi) मनाया जाएगा.
National Doctor’s Day 2025 की थीम
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन देश में हर साल ‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ सेलिब्रेट करती है. हर साल ‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ के सेलिब्रेशन एक विशेष थीम होती है. इस साल ‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ की थीम ‘मास्क के पीछे: देखभाल करने वालों की देखभाल’(Mask Behind: Care for Caregivers) है. इस थीम का उद्देश्य डॉक्टर्स की देखभाल और उनके समर्पण के पीछे की कहानी को उजागर करना है. और यह भी पहचानना है कि उन्हें भी देखभाल और समर्थन की आवश्यकता है.
‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ का सेलिब्रेशन की वजह
बता दें कि देश में ‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ सेलिब्रेट करके प्रसिद्ध चिकित्सक शिक्षाविद भारत रत्न और बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय को श्रद्धांजलि देना है. 1 जुलाई 1882 को बिहार के पटना में डॉ. बिधान चंद्र रॉय का जन्म हुआ था. डॉ. बिधान चंद्र रॉय ने मेडिकल के क्षेत्र में अपना बहुत बड़ा योगदान दिया है. उन्होंने यादवपुर राजयक्ष्मा अस्पताल, चित्तरंजन सेवा सदन फॉर वीमेन एंड चिल्ड्रेन, कमला नेहरू मेमोरियल हॉस्पिटल, विक्टोरिया कॉलेज और चित्तरंजन कैंसर हॉस्पिटल खोलने में अहम भूमिका निभाई. डॉ. बिधान चंद्र रॉय कम फीस लेकर बीमारों का इलाज करते थे. भारत सरकार ने सन् 1976 में डॉ. बिधान चंद्र रॉय को भारत रत्न पुरस्कार से नवाजा था. इसके साथ ही डॉ. बिधान चंद्र रॉय के योगदान को सम्मान देने के लिए उनके जन्मदिन की तारीख को ‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ शुरू किया.