Women's Health Talk: प्रेग्नेंसी में महिलाओं के शरीर में खून की कमी होना एक आम समस्या है. जिससे ही गर्भवती को कमजोरी और थकान की समस्या होती है. हेल्थ डिजिटल प्लेटफार्म mobycapsule.com की सेहत की बात सीरीज में प्रेग्नेंसी में खून की कमी के इन संकेतों का जरूर ध्यान रखें.
आगरा, उत्तर प्रदेश.
Women’s Health Talk: महिलाओं को जब अपनी प्रेग्नेंसी (Pregnancy) का पता चलता है तो उनकी खुशी का खुशी का ठिकाना सातवें आसमान पर होता है. प्रेग्नेंसी में महिलाएं (Women’s Health Talk) अपने शरीर में तमाव बदलाव के साथ ही कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करती हैं. जिसमें प्रेग्नेंसी में महिलाओं के शरीर में पोषक तत्वों की कमी होना, डायबिटीज, थायराइड समेत अन्य समस्याएं शामिल हैं. प्रेग्नेंसी में महिलाओं (Women’s Health Talk) को अपनी सेहत और खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए. हेल्थ डिजिटल प्लेटफार्म mobycapsule.com की सेहत की बात सीरीज में आज महिलाओं में प्रेग्नेंसी के दौरान खून की कमी (Symptoms Of Blood Deficiency During Pregnancy) होने की आम समस्या की बात करेंगे. आइए, एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रसूति और स्त्री रोग विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. रिचा सिंह से प्रेग्नेंसी में खून की कमी (What are the symptoms of low blood during pregnancy)के प्रारंभिक संकेत जानते हैं.
प्रसूति और स्त्री रोग विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. रिचा सिंह बताती हैं कि महिलाओं में गर्भवस्था में खून की कमी (Anemia) होना एक आम और बड़ी समस्या है. ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की बात करें तो गर्भवती महिलाओं में हीमोग्लोबिन का स्तर सात से कम मिल रहा है. जबकि, महिलाओं (Women’s Health Talk) को इसकी जानकारी तक नहीं होती है.
खून की कमी होने पर ये संकेत दिखेंगे
प्रसूति और स्त्री रोग विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. रिचा सिंह बताती हैं कि महिलाओं को प्रेग्नेंसी में खून की कमी जानने के लिए कई अहम बातों पर ध्यान देना चाहिए. जिसमें यदि महिलाओं को प्रेग्नेंसी में थकान हो रही है. कमजोरी के साथ ही शरीर पीला हो रहा है. हाथ और पैरों में सूजन आ रही है तो हीमोग्लोबिन की जांच जरूर कराएं. हीमोग्लोबिन की कमी का पता यदि जल्द चलना मां और कोख में पल रहे भ्रूण की सेहत के लिए बेहद जरूरी है.
डाइट में करें बदलाव, नहीं लगेंगे इंजेक्शन
प्रसूति और स्त्री रोग विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. रिचा सिंह बताती हैं कि प्रेग्नेंसी में की खून की कमी होने पर डाइट में बदलाव करें. गर्भवती अपनी डाइट में हरे पत्तेदार सब्जी लें, मौसमी फल खाएं. जिससे हीमोग्लोबिन बढ जाएगा. कई बार खून की अधिक कमी होने पर गर्भवती महिलाओं के इंजेक्शन लगाए जाते हैं. इसके साथ ही खून की अधिक कमी होने पर खून चढाना भी पडता है.