Types Of Medical Tests: राजस्थान में जल्द ही मरीजों को पीएचसी और सीएचसी पर शुगर-किडनी-लिवर-थायराइड समेत अन्य जांच की सुविधा शुरू होगी. स्वास्थ्य विभाग ने 145 की जांचों की व्यवस्था की तैयारी कर ली है. जिससे मरीजों को भटकना नहीं होगा.
जयपुर, राजस्थान.
Types Of Medical Tests: राजस्थान सरकार ने एक्स-रे और सोनोग्राफी के बाद अब एक और बड़ा फैसला किया है. जिसमें स्वास्थ्य विभाग अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC), सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) और जिला अस्पतालों में ब्लड और यूरिन से (Types Of Medical Tests) संबंधी 145 तरह की जांचें कराएगा. यह जांच की व्यवस्था आउटसोर्स के जरिए होगी. जिसमें शुगर, थायराइड, किडनी-लिवर फंक्शन और विटामिन बी-12 समेत कई तरह की जांचें भी शामिल होंगी. जबकि, अभी इन जांचों के लिए मरीजों को मेडिकल कॉलेज या उससे अटैच अस्पतालों में जाना पड़ता था. राजस्थान स्वास्थ्य विभाग के इस नए निर्णय से मरीजों को अब अपने घर के नजदीक वाले स्वास्थ्य केंद्र पर जांच की सुविधाएं मिलने लगेंगी.
राजस्थान स्वास्थ्य विभाग के निदेशक (जनस्वास्थ्य) डॉ. रवि प्रकाश शर्मा ने बताया कि प्रदेश में हर दिन पीएचसी पर भी बड़ी संख्या में शुगर समेत अन्य रूटीन की बीमारियों के मरीज आते हैं. जबकि, पीएचसी और सीएचसी पर इन बीमारियों की जांच की सुविधा नहीं हैं. जिससे मरीज निराश होते हैं. उन्हें इन बीमारियों की जांच के लिए जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज जाना पड़ता है. जहां पर पहले से ही मरीजों की अधिक भार होता है. जिसकी वजह से मरीजों को परेशानी होती है.

Types Of Medical Tests: तीन स्तर पर बनेंगी लैब
राजस्थान में पीएचसी, सीएचसी और जिला अस्पताल में ब्लड और यूरिन से संबंधी 145 तरह की जांचों की सुविधा को लेकर नेशनल हेल्थ मिशन (NHM) के जरिए टेंडर किए गए हैं. ये काम दिल्ली और पुणे की कंपनियां करेंगी. ये कंपनियां अब पीएचसी, सीएचसी और जिला हॉस्पिटल में मौजूदा लैब में ही मशीनरी और मैनपावर लगाएंगी. जिससे ही जांच होगी. जिस जगह लैब के लिए पर्याप्त जगह नहीं होगी तो कंपनी अपने स्तर पर दूसरी जगह लैब स्थापित करके जांच की सविधा देगी. इसके लिए तीन स्तर पर लैब स्थापित की जाएंगी. जिसमें PHC, डिस्पेंसरी लेवल पर स्पॉक लैब, CHC, सैटेलाइट, उपजिला हॉस्पिटल लेवल पर हब लैब और जिला हॉस्पिटल लेवल पर मदर लैब होगी. राजस्थान की बात करें तो स्पॉक लैब की संख्या 1335, हब लैब की संख्या 135 और मदर लैब की संख्या 42 रहेगी.
साल के अंत तक मिलेगी जांच की सुविधा
राजस्थान स्वास्थ्य विभाग के निदेशक (जनस्वास्थ्य) डॉ. रवि प्रकाश शर्मा ने बताया कि दोनों कंपनियों ने नवंबर के आखिर तक जांच की सुविधा शुरू करनी है. जांच की सेवा शुरू होने के बाद PHC, डिस्पेंसरी लेवल पर मरीजों को 15 की जगह 53 जांचों (Types Of Medical Tests) की सुविधा मिलेगी. जबकि CHC लेवल पर 37 की जगह 113 और जिला, उपजिला और सैटेलाइट हॉस्पिटल के स्तर पर 57 की जगह 113 जांचों की सुविधा मिलेगी.
