आगरा, उत्तर प्रदेश.
Women Health: उत्तर प्रदेश के आगरा में आगरा ऑब्स एंड गायनी सोसाइटी (एओजीएस) की ओर से एक महत्वपूर्ण सतत चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें महिलाओं की “बच्चेदानी की रसौली (यूटेरिन फायब्रॉयड) के आधुनिक उपचार एवं अत्यधिक रक्तस्राव के निदान” पर चर्चा की गई. सीएमई की अध्यक्षता एओजीएस अध्यक्ष प्रोफेसर रिचा सिंह ने की.

एओजीएस अध्यक्ष प्रोफेसर रिचा सिंह ने बताया कि यह विषय आज की अत्यंत ज्वलंत स्वास्थ्य समस्या है. इसका समय पर व सही उपचार महिलाओं के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए आवश्यक है. सीएमई में मुंबई के प्रख्यात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रतीक ताम्बे ने “Relugolix” नामक नवीन दवा पर अपने शोध कार्य और उसके सकारात्मक परिणामों की जानकारी साझा की.

Women Health: इस दवा से टल रही सर्जरी भी
मुंबई के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रतीक ताम्बे ने बताया कि यह दवा अत्यधिक माहवारी एवं बच्चेदानी की रसौली से पीड़ित महिलाओं के लिए अत्यंत प्रभावी सिद्ध हो रही है. इससे कई मामलों में शल्य चिकित्सा (ऑपरेशन) की आवश्यकता टल सकती है. स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रतीक ताम्बे ने आगरा के स्त्री रोग विशेषज्ञों के दवा से संबंधित प्रश्नों का समाधान भी किया तथा व्यावहारिक उपयोग पर विस्तृत जानकारी दी.
इन्होंने भी रखे विचार
एओजीएस अध्यक्ष प्रोफेसर रिचा सिंह ने बताया कि कार्यक्रम में डाॅ. संतोष सिंघल, डाॅ. सरोज सिंह तथा डाॅ. मधु राजपाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए. कार्यक्रम का संचालन डाॅ. किया पराशर एवं डाॅ. नीलम सिंह ने किया. कार्यक्रम में एओजीएस की सचिव डाॅ. निधि बंसल ने सभी अतिथियों एवं चिकित्सकों का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि ऐसे शैक्षणिक आयोजन चिकित्सा जगत में ज्ञानवृद्धि के साथ-साथ रोगियों के हित में अत्यंत उपयोगी सिद्ध होते हैं.
