नई दिल्ली.
Organ Donation: अंगदान से लोगों की जान बचाई जा सकती है. प्रचार और प्रसार के बाद भी देश में अंगदान (Organ Donation) बढ़ नहीं रहा है. भारत में अंगदान को बढ़ावा देने के लिए अब केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. जिसमें राज्यों को अंगदान को प्रोत्साहित करने के लिए कर्मियों को प्रशिक्षण देने, अस्पतालों में विशेष टीम नियुक्त करने, ट्रॉमा सेंटर को अंग पुनर्प्राप्ति केंद्रों के रूप में पंजीकृत करने को कहा है.
बता दें कि निर्देश केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (एनओटीटीओ) ने एक पहल की है. जिसमें महत्वपूर्ण यह है कि अंगदान की कमी के कारण हजारों लोग हर साल अंग प्रत्यारोपण का इंतजार करते हुए दम तोड़ देते हैं. भारत की बात करें तो प्रति दस लाख आबादी पर एक से भी कम मृत अंगदाता मिल पाते हैं.
Organ Donation: प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित होंगे
एनओटीटीओ के निदेशक डॉ. अनिल कुमार ने पत्र लिखा है कि भारत में प्रतिरोपण के लिए अंगों की भारी कमी है तथा हजारों मरीज विभिन्न अंगों के लिए प्रतीक्षा सूची में हैं. पत्र में राज्यों से आपात स्थिति में पुलिस कर्मियों, एंबुलेंस चालकों और पैरा-मेडिकल कर्मचारियों जैसे कर्मियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही गई है. इसमें इन कर्मियों से लेकर निकटतम ट्रॉमा सेंटर या अस्पतालों या मेडिकल कॉलेजों में उपलब्ध प्रतिरोपण समन्वयकों तक सूचना प्रसारित करने के लिए तंत्र स्थापित किया जाना चाहिए.
