Agra में आयोजित नेशनल कांफ्रेंस में भारत के साथ ही कनाडा, श्रीलंका, बंगलादेश, दुबई यूएस, इटली समेत अन्य देशों से 1200 ईएनटी विशेषज्ञ शामिल होंगे. जिसमें दूरबीन विधि से कान की लाइव एडवांस सर्जरी के साथ विशेषज्ञ करेंगे चर्चा. कांफ्रेंस में 300 रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए जाएंगे.
आगरा, उत्तर प्रदेश
Agra में देश-विदेश के 1200 ईएनटी विशेषज्ञ जुटेंगे. जो आगरा में आयोजित 32वीं इंडियन सोसायटी ऑफ ऑटोलॉजी (32nd National Conference of Indian Society of Otology) की नेशनल कांफ्रेंस (National Conference In Agra) में मंथन करेंगे. नेशनल कांफ्रेंस में चेहरे का लकवा, सिर घुमाने पर चक्कर आना, सुनने की क्षमता कम होने से कान संबंधी समस्याओं से जुड़ी बीमारी, दूरबीन विधि से सर्जरी की जाएंगी. आगरा के संजय प्लेस स्थित होटल पीएल पैलेस में 32वीं इंडियन सोसायटी ऑफ ऑटोलॉजी की नेशनल कांफ्रेंस के आमंत्रण पत्र विमोचन किया गया. इस अवसर पर आयोजन समिति के सदस्यों ने तीन दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस के बारे में जानकारी दी.
नेशनल कांफ्रेंस के आयोजन सचिव (National Conference Organizing Secretary Dr. Rajiv Pachauri) डॉ. राजीव पचौरी ने बताया कि 8 से 10 नवंबर तक आगरा में फतेहाबाद स्थित होटल जेपी पैलेस में 32वीं इंडियन सोसायटी ऑफ ऑटोलॉजी की वार्षिक राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है. पहले दिन आठ नवंबर को दोपहर 12.30 बजे केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल कार्यशाला का शुभारंभ करेंगे. तीन दिवसीय कार्यशाला में सुनने की क्षमता कम होने के अनुवांशिक कारण, चेहरा घुमाने पर चक्कर आना, कान के रास्ते से ब्रेन ट्यूबर की सर्जरी, चेहरे के लकवा के इलाज, जन्मजात मूक वधिर बच्चों के काक्लियर इम्प्लांट, एंडोस्कोपिक कान की सर्जरी पर चर्चा की जाएगी.
देश के साथ ही विदेश से आएंगे ईएनटी विशेषज्ञ (ENT specialists will come from the country as well as abroad)
नेशनल कांफ्रेंस के आयोजन के मीडिया प्रभारी डॉ. आलोक मित्तल ने बताया कि कान से स्राव होने पर उसके इलाज, टीबी के कारण कान में संक्रमण, एलर्जी के कारण सर्दी जुकाम की समस्या सहित अन्य बीमारियों पर चर्चा की जाएगी. कार्यशाला में इटली, बंगलादेश, श्रीलंका, यूएस सहित विभिन्न देशों व भारत के सभी प्रांतों से विशेषज्ञ शामिल होंगे और विशेषकर काम समस्धी समस्या व इलाज पर मंथन करेंगे. जूनियर डॉक्टर पोस्टर प्रजेंट करेंगे.
ये रहे कार्यक्रम में मौजूद (These were present in the program)
इस अवसर पर मुख्य रूप से आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. राकेश अग्रवाल, डॉ. मनीष सिंघल, डॉ. गौरव खंडेलवाल, डॉ. दीपा पचौरी आदि उपस्थित थे.