Agra News: यूपी के आगरा जिल में 9 से 20 सितंबर तक एसीएफ अभियान चलाया गया था. जिसमें 381 नए टीबी के मरीज मिले हैं. जिले में जनवरी से अक्टूबर तक 24054 टीबी रोगियों की पहचान करके इलाज शुरू किया गया है.
आगरा, उत्तर प्रदेश
Agra News: यूपी में राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (National Tuberculosis Eradication Program) के तहत 9 से 20 सितंबर तक सक्रिय क्षय रोगी खोजी (Active Tuberculosis Patient Finder) अभियान चलाया गया. जिसमें टीबी (TB ) के नए मरीज खोजे गए. आगरा की बात करें तो इस अभियान में 381 नये टीबी रोगियों की खोजे गए. इन सभी नये टीबी रोगियों का इलाज शुरू कराया गया है. इसके साथ ही रोगियों को सरकार की तरफ से मिलने वाली अन्य सेवाएं भी दी जाएंगी. ये जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (Chief Medical Officer Dr. Arun Srivastav) डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने दी. उन्होंने बताया कि आगरा में अब तक 13 (तेरह) एसीएफ अभियान (ACF Campaigns) चलाए जा चुके हैं. जनवरी से अक्टूबर तक जिले में 24054 नये टीबी रोगियों की पहचान की गई. इसके साथ ही सभी टीबी रोगियों को इलाज और पोषण संबंधी सहायता (Nutritional Support) भी प्रदान की जा रही है.
Agra News: 8544 संभावित टीबी मरीजों के बलगम जांच
आगरा के जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सुखेश गुप्ता ने बताया कि देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए विभाग लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इस बार चले अभियान में करीब 10.79 लाख की आबादी की स्क्रीनिंग की गई. जिसमें टीबी के लक्षण वाले 8544 संभावित टीबी मरीजों के बलगम जांच के लिए भेजे गये. बलगम जांच और एक्स रे की जांच रिपोर्ट में 381 नये टीबी मरीज खोजे गये हैं. सभी टीबी संक्रमित टीबी मरीजों का इलाज शुरू किया जा चुका है. इसके साथ ही सरकार की ओर से मिलने वाली सेवाओं से भी जोड़ा गया है. इस अभियान में करीब 408 टीम ने नये टीबी मरीजों को खोजने में मदद की.

टीबी मरीजों की पोषण सहायता राशि एक हजार (Nutritional support amount of TB patients is one thousand)
आगरा के जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सुखेश गुप्ता ने बताया कि टीबी सभी मरीजों को दवाएं सरकारी अस्पताल से दी जा रही हैं. इसके साथ ही निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रुपये प्रति माह की दर से पोषण सहायता राशि मिलेगी. अब ये पोषण सहायता राशि नवंबर में 500 रुपये से बढ़ कर एक हजार रुपये प्रति माह होने जा रही है. इन मरीजों के निकट सम्पर्कियों की भी टीबी जांच होगी. जो निकट सम्पर्क टीबी के मरीज नहीं निकलेंगे. उन्हें भी छह माह तक टीबी से बचाव की दवा खिलाई जाएगी. इनमें से जरूरतमंत टीबी मरीजों को निक्षय मित्रों की मदद से गोद भी दिलवाया जाएगा. ताकि इलाज के दौरान उन्हें पर्याप्त पोषण और समय समय पर मानसिक संबल मिल सके. खोजे गये प्रत्येक नये टीबी मरीज की सीबीनॉट जांच, एचआईवी और मधुमेह की भी जांच कराई गई है. ताकि सही दिशा में इलाज चल सके। लक्षण होने पर जल्द से जल्द आशा कार्यकर्ता को बताएं. ताकि, शीघ्र जांच और उपचार से टीबी उन्मूलन में और इसका प्रसार रोकने में मदद मिलेगी.
भय व भ्रांति को दूर कर कराएं अपनी जांच (Get yourself tested by removing fear and confusion)
फतेहपुर सीकरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक सीमा ने बताया कि एसीएफ में टीम नंबर 244 से टीम मेंबर आशा कार्यकर्ता कमलेश ने जानकारी दी गई थी कि उनके क्षेत्र अंडोरा में 75 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला अकेली रहती हैं. उन्हें खांसी है और बुजुर्ग महिला टीम से छिप रही हैं. ऐसे में पर्यवेक्षक सीमा उस क्षेत्र में गईं और उन्होंने बुजुर्ग महिला को टीबी की जांच व उपचार के संबंध में समझाया. बुजुर्ग महिला ने बताया कि मुझे खांसी है. लेकिन यदि जांच में यह टीबी निकली तो मुझसे लोग भेदभाव करेंगे. इस पर सीमा ने उन्हें और उनके पड़ोसियों को टीबी प्रसार के बारे में समझाया. बुजुर्ग महिला की टीबी की जांच कराई. जांच रिपोर्ट में टीबी की पुष्टि होने पर बुजुर्ग महिला का उपचार भी शुरू कर दिया गया है. निक्षय पोषण पोर्टल पर भी उनका रजिस्ट्रेशन कर दिया गया है.

टीबी मरीज निक्षय मित्र पोर्टल पर पंजीकृत (TB patients registered on Nikshay Mitra portal)
सीमा ने बताया कि कई बार भय व भ्रांति के कारण मरीज टीबी के लक्षण होने के बावजूद भी अपनी जांच कराने से डरते हैं. यदि मरीज को सही समय पर उपचार मिल जाए तो मरीज स्वस्थ हो जाता है. अब बुजुर्ग महिला सफलतम तरीके से अपना उपचार करा रही है. जो भी नये टीबी मरीज खोजे जाते हैं. उनका कार्ड बनाकर उन्हें निक्षय मित्र पोर्टल पर पंजीकृत किया जाता है. एसीएफ अभियान में जो नये मरीज खोजे गये हैं. उनसे बैंक पासबुक और आधार का विवरण मांगा गया है. उन्हें निक्षय पोषण योजना की सहायता राशि का लाभ दिया जा सके.
टीबी रोगियों को मिलने वाली सेवाएं (TB patients registered on Nikshay Mitra portal)
- जांच और इलाज
- दवाएं
- पोषण संबंधी सहायता
- परामर्श
क्षय रोग के लक्षण (Services available to TB patients)
- दो सप्ताह से अधिक खाँसी
- दो सप्ताह से अधिक बुखार
- बलगम में खून आना
- भूख में कमी
- वजन का कम होना
- रात में पसीना आना
- गले में गांठ (लिम्फनोड)
- महिलाओं में बांझपन की समस्या