Agra News : यदा यदा हि धर्मस्य नृत्य नाटिका में श्रीहरि की भक्ति द्रोपदी ने जब पुकार लगाई तो भगवान ने उनका चीर बढ़ाया तो हरे कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा… भजन के साथ हर दर्शक भक्ति में श्रीकृष्ण की डूब गए.
आगरा, उत्तर प्रदेश.
Agra News : आगरा में आयोजित इंटरनेशनल ताज महोत्सव में ताजनगरी (Agra News) के 35 चिकित्सक ने यदा-यदा हि धर्मस्य… नृत्य नाटिका का मंगलवार रात मंचन किया. जिससे धरती के भगवानों ने महाभारत युद्ध रणमूभि में खेलने से पहले मनोभूमि में चौसर के छल कपट, शकुनि मामा की छल और कपट की गोटियों ने स्त्री के स्वाभिमान को तार-तार करना, भरी सभा में कौरवों ने स्त्री को अपमानित करना, स्त्रीरूपी द्रोपदी के प्रण और काल चक्र ने सबसे प्रचण्ड युद्ध महाभारत का शंखनाद के साथ ही धर्म की जीत को अभिनय करके दिखाया. नृत्य नाटिका में चिकित्सकों का अभियन काबिले तारीफ रहा. जिससे ही नृत्य नाटिका देखने आए दर्शक तालियां बजाने को मजबूर हो गए.

बता दें कि ताज महोत्सव (Agra News) के तहत संस्कार भारती के चितचोर फाउंडेशन ने सूरसदन सभागार में मंगलवार देर शाम यदा-यदा हि धर्मस्य नृत्य नाटिका का मंचन हुआ. शंखनाद के साथ श्रीगणेश और वेद व्यास का संवाद और फिर द्रौपदी के स्वयंवर से लेकर चौसर, गीता उपदेश और महाभारत युद्ध के मंचन ने दर्शकों की आंखों को कभी पानी से भर दिया तो तभी श्रीकृष्ण के जयकारे लगाने को मजबूर कर दिया. शब्द कम थे परन्तु कलाकारों के भाव हर संदेश दर्शकों तक पहुंचाने में सफल रहे. ज्ञान के उत्साह से भरी द्रोपदी, जिसकी भाग्य रेखा अग्नि थी. चंदन सी जिसकी काया और अग्नि ने जिसे सजाया था. दुर्योधन का अरमान सिर्फ हस्तिनापुर का सिंहासन को पाना ही नहीं परन्तु पांचाली के अभिमान को तोड़ना चाहता था. जिसके लिए चौसर का खेल बिछाया गया.
Agra News : ये बोले अभियन करने वाले डॉक्टर्स
ऋषि वेद व्यास के स्वरूप करने वाले आईएमए की आगरा शाखा के इलेक्ट प्रेसिडेंट डॉ. पंकज नगायच ने बताया कि इस नृत्य नाटिका से संदेश दिया कि हमेशा सत्य की जीत होती है. द्रोपदी का स्वरूप करने वाली वरिष्ठ स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. प्रीति पाठक ने बताया कि युग कोई भी हो. महिलाओं को अपने साथ होने वाले दुर्भाव को लेकर प्रतिकार करना चाहिए. जिससे उसे न्याय मिलेंगा. उसका स्वाभिमान रहेगा. शकुनि मामा का स्वरूप करने वाले आईएमए आगरा के प्रेसिडेंट डॉ. अनुपू दीक्षित का कहना है कि छल कपट का अंत होता है. सत्य की जीत होती है. नृत्य नाटिका में भगवान श्रीकृष्ण का स्वरूप करने वाले सीनियर सर्जन डॉ. सुरेन्द्र पाठक का कहना है कि युग कोई भी हो. जब भी अधर्म बढा है. भगवान किसी ना किसी रूप में धरती पर आएंगे. अधर्म का नाश करेंगे और धर्म स्थापित करेंगे.

Agra News : इन चिकित्सक ने निभाए किरदार
श्रीकृष्ण-डॉ. सुरेन्द्र पाठक, शकुनि मामा-डॉ. अनुपू दीक्षित, द्रोपदी-डॉ. प्रीति पाठक, दुष्यासन-डॉ. योगेश सिंघल, दुर्योधन-डॉ. अनुराग गुप्ता, युधिष्ठर डॉ. संजना अरोरा, अर्जुन-डॉ. अनुपम त्यागी, भीम-डॉ. अवन्ती गोयल, नकुल-डॉ. संधि जैन, कुन्ती-डॉ. सुनीता पंजवानी, श्रीगणेश- शौर्य पाठक, सहदेव डॉ. कनिका गोयल, डॉ. मनीषा गुप्ता, डॉ. पल्लवी गोयल, डॉ. मेघा अग्रवाल, डॉ. रश्मि सक्सेना, डॉ. साक्षी मिश्रा, ने प्रस्तुत की। संचालन डॉ. पूजा नगायच, डॉ. रेनू अग्रवाल, डॉ. अर्चना सिंघल ने किया।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर डॉ. नरेन्द्र मल्होत्रा, डॉ. रवि पचौरी, कार्यक्रम संयोजक डॉ. पंकज नगायच, डॉ. सरोज सिंह समेत अन्य वरिष्ठ चिकित्सक मौजूद रहे. इसके उपरान्त त्रिशक्ति वंदना डॉ. रिचा कुमार, डॉ. मीरा सिंह, डॉ. सपना गोयल द्वारा प्रस्तुत की गई. नृत्य निर्देशिका आर्य इवम चांदनी थीं.