आगरा, उत्तर प्रदेश
Agra News: एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) और आगरा पुलिस (Agra Police) ने सिकंदरा थाना के शास्त्रीपुरम क्षेत्र में मंगलवार देर शाम नकली और नशीली दवाओं की फैक्ट्री का पर्दाफॉश किया है. जहां पर प्रतिबंधित नशीली दवाएं (drugs) बनाई जा रही थीं. पुलिस ने कार्रवाई में फैक्ट्री से दस लोग दबोचे हैं. जिसमें नकली और नशीली दवा का काम करने वाला सरगना विजय गोयल भी शामिल है. जो जेल से छूटने के बाद दोबारा से अवैध और नकली नशीली दवाओं के काम लग गया था. उसने ही किराए पर यहां फैक्ट्री खोली थी. मौके से पुलिस और एएनटीएफ ने करीब आठ करोड रुपये की दवाएं और मशीनरी जब्त की है. इस बारे में पुलिस और एएनटीएफ ने अभियुक्त विजय गोयल (Vijay Goyal) से पूछताछ के बाद इस पूरे नेटवर्क के बारे में छानबीन शुरू कर दी है.

बता दें कि आगरा नकली, नशीली और अवैध दवा कारोबारी की मंडी बन गया है. आए दिन हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, बिहार और दिल्ली एनसीआर से टीमें आगरा के दवा बाजार में दबिश देती रहती हैं. शहर में पहले भी अवैध दवा कारोबार में छापेमार कार्रवाई की जा चुकी है. आगरा में जुलाई 2023 में पुलिस और एएनटीएफ ने नकली और नशीली दवा कारोबार में बडी कार्रवाई हुई थी. जब पुलिस और एएनटीएफ की संयुक्त टीमों ने बिचपुरी और सिकंदरा थाना में क्षेत्र में अवैध दवा फैक्ट्री पकडी थीं.

Agra News: नशीली और नकली दवा की फैक्ट्री में छापा (Raid in narcotic and fake drug factory)
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि कई दिन से मिल रहे इनपुट के आधार पर सिकंदरा थाना पुलिस और एएनटीएफ ने संयुक्त कार्रवाई करके शास्त्रीपुरम क्षेत्र में अवैध दवा की फैक्ट्री पकडी है. यहां पर नकली और नशीली दवाएं बनाई जाती थीं. इनमें कई प्रतिबंधित दवाएं थीं. जहां पर भारी में नशीली और नकली दवाओं का जखीरा मिला है. कूटरचित तरीके से रेपर लगाकर बनाई जाती थीं. अभी पुलिस, एएनटीएफ और पुलिस की टीमें कार्रवाई में लगी हैं. इससे बडे नकली और नशीली दवाओं के नेटवर्क का खुलासा होगा.

मुख्य सरगना समेत दस दबोचे गए (Ten arrested including the main kingpin)
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि फैक्ट्री में छापामार कार्रवाई में मौके से दस लोग दबोचे गए हैं. जिसमें कुख्यात विजय गोयल भी शामिल है. जो पहले सिकंदरा और जगदीशपुरा थाना के बिचपुरी में ऐसी की अवैध फैक्ट्री का संचालन करने पर जेल गया था. बाकी उसके नौ साथी हैं. मौके से करीब आठ करोड रुपये का माल बरामद हुआ है. सभी दस आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस, कॉस्मेटिक एंड डग्स एक्ट और भारतीय न्याय संहिता की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. पूछताछ में आरोपियों ने कच्च माल, ट्रांसपोर्ट के साथ ही यहां से बनी दवाएं कहां पर खपाते थे. इसके बारे में पता किया है. जिनकी छानबीन की जा रही है. यहां पर नार्कोटिक्स की दवाएं, एंटीबायोटिक और अन्य दवाएं बरामद हुई हैं. हमारी कार्रवाई अभी फैक्ट्री पर चल रही है.
सैंपल जांच के लिए भेजे (Samples sent for testing)
सहायक आयुक्त औषिध अतुल उपाध्याय ने बताया कि शास्त्रीपुरम में जो फैक्ट्री पकडी गई है. वो बिना लाइसेंस के संचालित हो रही थी. जहां पर नींद की दवाएं, नशीली दवाएं, एंटीएलर्जिक, एंटीबायोटिक्स, पैरासीटामोल समेत अन्य दवाएं बनाईं जा रही थीं. फैक्ट्री में पूरा अवैध सेटअप लगा हुआ मिला है. जो दवाएं फैक्ट्री में मिली हैं. उनके और कच्चे माल के सैंपल लिए हैं. जिनकी जांच कराई जाएगी. जांच के बाद ही पता चलेगा. फैक्ट्री में कच्चा माल क्या है. आरोपी विजय गोयल पहले जेल जा चुका है. जेल से बाहर आने पर उसने ये काम शुरू किया है.