Agra News: आगरा में आइपास फाउंडेशन ने गर्भनिरोधक के साधनों की जानकारी दी. जिसमें परिवार नियोजन के लिए स्थायी और अस्थायी गर्भनिरोधक साधनों की पहुंच बढ़ाना जरूरी बताया गया है.
आगरा, उत्तर प्रदेश
Agra News: आगरा में आइपास डेवलपमेंट फाउंडेशन की ओर से सक्षम प्रोजेक्ट के तहत गुरुवार को डॉक्टरों को डिलीवरी के बाद गर्भनिरोधक के साधनों की जानकारी दी गई. संस्था ने आगरा समेत उत्तर प्रदेश के 11 जिलों में ये अभियान शुरू किया है. इस अभियान को अन्य जिलों में भी शुरू किया जाएगा. इसको लेकर आगरा के संजय प्लेस स्थित पीएल पैलेस में एक वर्कशाॅप हुई. जिसमें फोग्सी के पूर्व प्रेसिडेंट एवं मशहूर स्त्री रोग विशेषज्ञ डाॅक्टर नरेंद्र मल्होत्रा ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन के लिए स्थायी और अस्थायी गर्भनिरोधक साधनों की पहुंच बढ़ाना जरूरी है.
फोग्सी के पूर्व प्रेसिडेंट एवं मशहूर स्त्री रोग विशेषज्ञ डाॅक्टर नरेंद्र मल्होत्रा ने बताया कि आधुनिक गर्भनिरोधक साधनों के उपयोग से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में काफी हद तक कमी लाई जा सकती है. ऑर्गेनाेन कंपनी ने गर्भनिरोधक इम्प्लांट ईजाद किया गया है. ये तीन साल तक प्रभावी है. डिलीवरी के बाद इसे लगाया जा सकता है. ये उन महिलाओं के भी लगाया जा सकता है. जो बच्चों में तीन साल का अंतराल चाहती हैं.
Agra News: 30 डॉक्टर्स को कराया गया परीक्षण (30 doctors were tested)
फोग्सी के पूर्व प्रेसिडेंट एवं मशहूर स्त्री रोग विशेषज्ञ डाॅक्टर नरेंद्र मल्होत्रा ने बताया कि गर्भनिरोधक इम्प्लांट बांह में लगाए जाना एक राॅड की तरह होता है. यह सभी जगह उपलब्ध है. इसे कभी भी निकलवाया जा सकता है. यह महंगा नहीं है. उन्होंने बताया कि डॉक्टरों को जानकारी दी कि इसे कैसे और कहां लगाया जाना है. मरीज क्यूआर कोड के माध्यम से अपने मोबाइल पर इसकी जानकारी ले सकते हैं. आगरा में अभी 30 डाॅक्टरों का परीक्षण किया गया है. यह तीसरा ट्रेनिंग सेशन था।
Agra News: दो बच्चों में रखें तीन साल का अंतराल (Keep a gap of three years between two children)
वर्कशॉप में सीनियर डाॅक्टर सुधा बंसल ने कहा कि यह अच्छा तरीका है. इम्प्लांट लगाना और निकालना सभी स्त्री रोग विशेषज्ञाें के लिए अनिवार्य होना चाहिए. महिलाएं डिलीवरी के बाद इसे लगाकर जाएं तो बच्चों में तीन साल का अंतराल रखा जा सकता है. अगर समय से पहले बच्चा चाहिए तो इसे दो साल बाद निकलवाया जा सकता है.
Agra News: गर्भपात के बाद गर्भधारण से सेहत में विपरीत असर (Pregnancy after abortion has adverse effects on health)
ट्रेनर डाॅ. गौतम सरकार ने बताया कि गर्भपात के बाद दस दिन में प्रजनन क्षमता लाैट सकती है. इसलिए गर्भपात के बाद अपनी पसंद का कोई भी गर्भनिरोधक साधन अपनाएं. यह इसलिए भी जरूरी है कि गर्भपात के बाद गर्भनिरोधक के अभाव में 10 में से तीन महिला अगली माहवारी आने से पहले ही पुन: गर्भधारण कर लेती हैं. जिससे उनके स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है.
Agra News: ये रहे वर्कशॉप में मौजूद
वर्कशॉप में सहायक ट्रेनर नैंसी, मोनिका ने इम्प्लांट लगाने और निकालने की प्रैक्टिस कराई. इसमें डाॅक्टर रूबी ने सहयोग किया. सीनियर काॅर्डिनेटर सुमन कटारा ने वर्कशॉप में आए सभी डॉक्टर्स का का आभार जताया. इस अवसर पर डाॅ. अंजना अरोड़ा, डाॅ. निधि बंसल, निर्मला यादव, सुकन्या वर्मा, सोनल गुप्ता, संगीता मल्होत्रा, सुमन जैन, सुमन बंसल आदि मौजूद थीं.