आगरा.
केंद्र और राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाएं गरीबों की जिंदगी बदल रही हैं. आगरा में 45 वर्षीय अनवारी 15 साल से अप्राकृतिक तरीके से मल त्याग रही थीं. तकलीफ झेल रही अनवारी के लिए आयुष्मान योजना संजीवनी बनकर आई. आयुष्मान कार्ड से अनवारी का निजी अस्पताल में मुफ्त ऑपरेशन हुआ और आज अनवारी स्वस्थ है. वह प्राकृतिक तरीके से मल त्याग रही हैं. अनवारी और परिजनों के चेहरे की खुशी देखते ही बनती है. परिवार भी बेहद खुश है.
अनवारी स्वथ्य और परिजन खुश
बता दें कि, खंदौली क्षेत्र के गांव बगलभूसा निवासी 45 वर्षीय अनवारी की 15 साल पहले तबीयत खराब होने पर पेट का ऑपरेशन हुआ था. तभी से वह पेट के रास्ते से मल त्याग रही थी. अनवारी तो तकलीफ सही रही थी. परिवार भी परेशान था. क्योंकि, अनवारी को कई समस्याएं होने लगी थीं. अनवारी के बेटे अमन अली बताते हैं कि, रुपए की कमी के चलते मां का उपचार करना मुश्किल था. क्योंकि, मां के उपचार में ढाई से तीन लाख रुपए का खर्चा बताया था. मगर, आयुष्मान कार्ड से मां को नई जिंदगी मिली है. क्योंकि, आयुष्मान कार्ड से ही मां अनवारी का विम्स अस्पताल में डॉ. भुवनेश्वर ने ऑपरेशन किया है. जिसके बाद अब मां पूरी तरह स्वस्थ हैं.
शिवा को रीढ़ की हड्डी के दर्द से छुटकारा
किरावली के नगला भैरावती निवासी सुभाष चंद्र बताते हैं कि, 11 वर्षीय भतीजा शिवा के जन्म से ही रीढ़ की हड्डी में एक फोड़ा था. उसे दर्द भी होता था. उसके ऑपरेशन के लिए लगभग डेढ़ लाख रुपए का खर्चा आ रहा था. जो हमारे पास नहीं था. गरीबी और धन के अभाव में उपचार नहीं हो रहा है. अब आयुष्मान योजना के तहत शिवा का निजी अस्पताल में मुफ्त उपचार हुआ है. शिवा और परिजन सभी खुश हैं.
जिले में 2.15 लाख आयुष्मान कार्ड धारक
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव बताते हैं कि, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान से गरीब परिवारों को प्रति वर्ष प्रति परिवार पांच लाख रुपए तक के नि:शुल्क उपचार की सुविधा है. इसका आयुष्मान कार्ड बनता है. इस योजना के नोडल अधिकारी डॉ. सुखेश गुप्ता बताते हैं कि, जिले में 8.92 लाख आयुष्मान योजना के लाभार्थी हैं. जिनमें से 2.15 लाख का आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं. अब तक 20 हजार लाभार्थी इस योजना का लाभ उठा चुके हैं. आगरा में 23 सरकारी और 48 निजी अस्पताल आयुष्मान योजना से संबद्ध हैं. जहां लाभार्थी आयुष्मान कार्ड दिखाकर मुफ्त उपचार करा रहे हैं.