ASICON-2024: द एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया की वार्षिक पांच दिवसीय वर्कशॉप ASICON-2024 में आए विशेषज्ञ सर्जन्स ने कहा कि आज ब्रेस्ट कैंसर की सर्जरी खूब हो रही हैं. देश में नई नई विधा से सर्जरी की जा रही है. ऐसे में रोबोटिक सर्जरी बेहद खास है. जो सस्ती की जाए तो हर कोई इससे करा सकेगा.
आगरा, उत्तर प्रदेश
ASICON-2024: द एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया की वार्षिक पांच दिवसीय वर्कशॉप ASICON-2024 आगरा में चल रही है. जिसमें देश के और विदेश से आए विशेषज्ञ अपने अनुभव शेयर करके दूसरे सर्जन्स को अपडेट कर रहे हैं. एसीकॉन-2024 में आए विशेषज्ञ सर्जन्स ने बातचीत में बताया कि महिलाओं में कैंसर की बात करें तो आज सबसे अधिक सर्जरी ब्रेस्ट कैंसर की हो रही हैं. इसके साथ ही देश में रोबोटिक सर्जरी भी कई बीमारी में की जा रही हैं. मगर, ये अभी बेहद महंगी हैं. इसे सस्ता करने की जरूरत है.
बता दें कि एसीकॉन-2024 मे देशी-विदेशी से करीब आठ हजार से अधिक सर्जन्स और करीब 12 हजार प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं. ASICON-2024 में दूसरे दिन मीडिया से रूबरू होने पर दूसरे शहरों से आए विशेषज्ञ सर्जन्स से कहा कि देश में अभी सर्जन्स की कमी है. इसके साथ ही रोबोट से भी सर्जरी की जा रही हैं.

ASICON-2024: हार्मोन की वजह से बढ़ रहा ब्रेस्ट कैंसर
राजस्थान की राजधानी जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज की डॉ. प्रभा ओम ने बताया कि देश और दुनिया में ब्रेस्ट कैंसर के केस बढ़ रहे हैं. जिन महिलाओं को स्तन कैंसर होता है. उनकी बेटी को 10 से 12 वर्ष की आयु में स्तन कैंसर हो सकता है. इसके साथ ही 12 से 18 वर्ष की आयु में भी स्तन कैंसर के केस मिल रहे हैं. प्रारंभिक अवस्था में यदि मरीज आ जाए तो सर्जरी से पूरा ब्रेस्ट नहीं हटाना पड रहा है. सर्जरी में सिर्फ कैंसर वाले हिस्से को अलग किया जाता है. भारत की बात करें तो देश में 10 प्रतिशत महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर की वजह अधिक उम्र में शादी करना है. इसके साथ ही महिलाओं में पित्त की थैली की पथरी, टीबी और थाइरायड की सर्जरी भी आम हो गई हैं.

ASICON-2024: रोबोटिक सर्जरी सस्ती करने की जरूरत
एकेडमिक काउंसिल एएसआई के डायरेक्टर डॉ. जी सिद्धेश ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी अत्याधुनिक विधा है. रोबोटिक सर्जरी से कैंसर, थायराइड की सर्जरी में अच्छे रिजल्ट हैं. लेकिन रोबोटिक सर्जरी दूरबीन विधि और ओपन सर्जरी से 10 गुना महंगी है. जिसकी सबसे बडी वजह महंगे रोबोट होना. इसके साथ ही रोबोटिक सर्जरी के लिए इस्तेमाल होने वाले सर्जिकल सामान का भी महंगा होना है. एएसआई की कार्यशाला में इस पर भी चर्चा की जा रही है. जिससे आने वाले समय में रोबोटिक सर्जरी आगे बढ़ सके.

ASICON-2024:रोबोट से की जा रही पेट की सर्जरी
उत्तराखंड की राजधानी देहरादूर के गुरुराम राय मेडिकल कालेज के प्रोफेसर डॉ. जेपी शर्मा ने बताया कि मेटाबोलिक डिसआर्डर की सर्जरी रोबोट से की जा रही है. मोटापा कम करने के लिए पेट की सर्जरी भी रोबोट से हो रही है.