Asicon-2024: आगरा में द एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया की वार्षिक कॉन्फ्रेस Asicon-2024 चल रही हैं. जिसमें मुजफ्फरनगर से आईं डॉ. नूतन जैन के टिप्स जानें.
आगरा, उत्तर प्रदेश
Asicon-2024: उत्तर प्रदेश के आगरा में द एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया (The Association Of Surgeons Of India) की वार्षिक कॉन्फ्रेस Asicon-2024 चल रही हैं. जिसमें चौथे दिन शुक्रवार को मुजफ्फरनगर से आईं डॉ. नूतन जैन ने mobycapsule.com से महिलाओं की मीनोपॉज (Menopause), रसोली ( Fibroids) और कैंसर (Cancer) को लेकर बातचीत की. उन्होंने बताया कि मीनोपॉज की वजह से अधिक ब्लीडिंग होने पर सतर्क हो जाएं. अधिक ब्लीडिंग की वजह रसौली भी हो सकती है. इसके साथ ही महिलाएं अब घर का काम नहीं करती हैं. जिसकी वजह से भी उन्हें तमाम बीमारियां हो रही हैं. यदि महिलाएं, खुद ही घर का काम करेंगी तो उनका वजन सही रहेगा. उन्हें जिम जाने की जरूरत भी नहीं होगी.
बता दें कि वर्धमान इनफर्टिलिटी एंड एंडोस्कोपी सेंटर(Vardhman Infertility and Endoscopy Center Muzaffarnagar) मुजफ्फरनगर की संचालिका डॉ. नूतन जैन गायनेकोलॉजिकल सर्जन हैं. जो देश के साथ ही विदेश में भी अपनी विधा में माहिर हैं. डॉ. नूतन वाशिंगटन डीसी, यूएसए, एशिया प्रशांत क्षेत्र और अन्य देशों में भी लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के बारे में सेमिनार संबोधित करती हैं.

Asicon-2024: महिलाओं में अधिक ब्लीडिंग की वजह रसौली भी (Fibroids are also the reason for excessive bleeding in women)
मुजफ्फरनगर से आगरा में Asicon-2024 में शामिल होने आईं डॉ. नूतन जैन ने बताया कि महिलाओं में लगभग 45-52 साल की उम्र में मीनोपॉज के कारण ब्लीडिंग होने से एक भ्रम होता है. मगर, हकीकत उलट रहती है. महिलाओं में ये ब्लीडिंग की वजह रसौली और अन्य वजह से होती है. इसलिए, इसे नजरअंदाज करने से ही महिलाओं में रसौली के मामलों में इजाफा हो रहा है. क्योंकि, ज्यादातर महिलाएं इस उम्र में अधिक ब्लीडिंग हो पर भी नजरअंदाज करती हैं. वे समझती हैं कि ये मीनोपॉज के कारण हो रहा है. मगर, ऐसा नहीं होता है. इसलिए, ऐसी स्थित होने पर महिलाएं खुद ही कुछ मामने और समझने से बेहतर विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श और उपचार लें. जिससे रसौली और रसौली कैंसर जैसी बीमारी से बचा सकती हैं.

Asicon-2024: महिलाओं में बढ रहा सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer is increasing in women)
डॉ. नूतन जैन बताया कि देश और दुनिया में मल्टीपल साथियों से संबंध और असुरक्षित सेक्स की वजह से युवा महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं. इस बारे में महिलाओं को सतर्क होना चाहिए. सर्वाइकल कैंसर का समय से पता चलने पर उपचार किया जा सकता है. देरी से चिकित्सक के पास पहुंचने पर सर्जरी और उपचार से भी ज्यादा फायदा नहीं होता है.
Asicon-2024: महिलाएं घर का काम करेंगी तो रहेंगी निरोगी (Women will stay healthy if they do household chores)
डॉ. नूतन जैन कहती हैं कि बच्चेदानी के कैंसर का मुख्य कारण हार्मोनल डिसआर्डर है. जिसकी वजह महिलों का शारीरिक श्रम से लगातार दूर होना है. आज की बात करें तो महिलाएं घर के काम खुद करने नहीं करती हैं. उनके घरेलू काम के लिए भी नौकर हैं. महिलाएं घर का काम करने की अपेक्षा जिम जाना ज्यादा पसंद करती हैं. क्योंकि, जिम में तेजी से वजन घटा सकती हैं. मगर, जब महिलाएं जिम छोड़ने पर उतनी ही तेजी से उनका वजन बढ़ता भी है. जो महिलाओं के शरीर के लिए नुकसानदायक है. यदि हम बात करें तो घर के काम करने से बेहतर कोई व्यायाम नहीं है. ऐसे में मेरी महिलाओं से अपील है कि घर का काम करें. मोबाइल को कम देखें. सोते समय अपने पास मोबाइल नहीं रखें.