आगरा.
आज देखा जाए तो फिशर के मरीजों में 10 प्रतिशत बच्च और किशोर हैं. जिनकी उम्र 5 से 18 साल हैं. इनमें चार प्रतिशत बच्चे और किशार की सर्जरी तक करनी पड़ रही है. आगरा के फतेहाबाद रोड स्थित कलाकृति ऑडिटोरियम में तीन दिवसीय इंटरनेशनल कांफ्रेंस आॅफ कोलो प्रोक्टोकालोजी वर्ल्डकॉन 2023 में दूसरे दिन…
शरीर के किसी भी हिस्से पर बढ़ता फैट तमाम बीमारियों को न्यौता देता है. इसके साथ ही बॉडी की शेप बिगाड़ जाती है. इसके साथ ही कई स्वास्थ्य जोखिमों का भी कारण बनता है.
थायरॉइड से ग्रसित महिलाएं अपना वेट लॉस करने को चार बातों का रखें ध्यान, डाइट में शामिल करें ये चीजें
थाॅयराइड से पीड़ित वुमैन के लिए सबसे मुश्किल काम बढ़ता वजन कंट्रोल करना होता है. वेट कंट्रोल करने के लिए जरूरी एक्सरसाइज करें और इसके साथ ही अपनी डाइट में जरूरी पोषक तत्वों भी शामिल करें.
आज कोल्ड ड्रिंक्स पीना एक स्टेटस सिंबल है. घर में पार्टी हो या लांग ड्राइव. हर किसी की पसंद कोल्ड-ड्रिंक्स ही होती है. कोल्ड-ड्रिंक्स अधिक पीने के साइड इफेक्ट्स भी बहुत हैं. इससे मोटापा और मेमोरी लॉस का भी खतरा रहता है.
भले ही आगरा ताजमहल के लिए दुनिया में जाना जाता है. मगर, आगरा में पौराणिक धार्मिक मंदिर भी हैं. यही वजह रही कि, गुरुवार को दोनों ने शमशाबाद रोड स्थित प्राचीन राजेश्वर मंदिर में फेरे लेने की सोची थी. पर नियमों के कारण उन्होंने गुरुवार को मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की थी.
मर्सर ( Mercer) के कराए दुनिया के 227 शहरों में ‘कॉस्ट ऑफ लिविंग सर्वे-2022’ में मुंबई 127वीं रैंक रही. भारत में खाना और रहना मुम्बई में सबसे महंगा है. इस सूची में दिल्ली की रैंकिंग 155वीं, चेन्नई की रैंकिंग 177वीं और बेंगलुरु की रैंक 178 है.
आगरा में बच्चों की बदली फूड हेविट से उन्हें पेट में दर्द, उल्टी दस्त, अपच, पीलिया, हीमोग्लोबिन कम होना, पेट में अल्सर की शिकायत जैसी अन्य परेशानी सता रही हैं. इसलिए बच्चों को फास्ट-जंक फूड देने से परहेज करें.
अक्सर करके सफर में जी मिचलाना, उल्टी (Vomiting), पेट दर्द (Stomach pain), सूजन (Bloating), लूज मोशन (Loose motion), और कब्ज (constipation) जैसी अन्य परेशानी होती है.
देश के टॉप फाइव प्रदूषित शहरों की बात करें तो उसमें आगरा पांचवे पायदान पर है. रिपोर्ट के मुताबिक, आगरा की आबोहवा भी अब सांस लेने लायक नहीं है. औसत वार्षिक पीएम 2.5 का स्तर 107 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक है, यह मानक से 21 गुना अधिक है.
पॉजिटव मंडे में mobycapsule.com एक SERIES लेकर आया है. जिसमें SHEROES की जुबानी ही उनके संषर्घ की दास्तान होगी. कैसे मुश्किल समय में SHEROES ने खुद के फैसले से लक्ष्य प्राप्त किया. SHEROES की पहली कड़ी में सुनिए अभिनेत्री महिला चौधरी की जुबानी.
