WHO की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया की एक तिहाई आबादी खून की कमी यानी एनीमिया की शिकार हैं. 500 मिलियन लड़कियां व महिलाएं स्वास्थ सम्बन्धी जानकारी के आभाव में माहवारी के दौरान कपड़े का इस्तेमाल करती हैं. जिससे उनको तमाम तरह बीमारियों का शिकार होना पड़ता है.
