भारत के हर घर की रसोई में मसालदानी होती है. मसालदानी से मौजूद मसालों से भोजन की खुशबू और स्वाद दोनों ही बढ़ जाते हैं. मसालदानी में मौजूद हर मसाले से गंभीर बीमारियों का जोखिम भी कम कर देते हैं. इसलिए मसालों का सही चुनाव करें. क्योंकि, मसालदानी में पांच मसाले ऐसे होते हैं. जिनकी तासीर बहुत गर्म (Garam Taseer Wale Masale) होती है. आयुर्वेदाचार्य और एक्सपर्ट्स की मानें तो गर्मी में इन पांच मसालों (Spices To Avoid In Summer) का सीमित मात्रा में सेवन करें या इन मसालों का सेवन बदं कर दें. गर्मी के मौसम में ये परेशानी पैदा कर सकते हैं. गर्म तासीर वाले मसालों (Garam Taseer Wale Masale) के सेवन से स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं.
दालचीनी (Cinnamon) का गर्मी का सेवन कम करें

अधिक मात्रा में दालचीनी के सेवन से गले, मुंह, पेट और यहां तक कि कोलन में छालों का कारण (Ulcer Causes) बन जाती है. छालों से ब्लीडिंग भी हो सकती है. जिन्हें पाइल्स की समस्या है. उन्हें ज्यादा दिक्कत हो जाती है. पाइल्स में ब्लीडिंग हो सकती है. दालचीनी के अधिक सेवन से नाक से खून निकलना या नकसीर की समस्या हो सकती है. जिन्हें लो ब्लड शुगर की समस्या है, उनके दालचीनी का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल अधिक कम हो सकता है. जिससे चक्कर आना, थाकान, बेहोशी जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
काली मिर्च (Black Pepper) के अधिक सेवन सीने में जलन

काली मिर्च की भी गर्म तासीर होती है. जो व्यक्ति रक्त में थक्के या ब्लड क्लॉटिंग की समस्या के चलते रक्त पतला करने वाली दवाएं या ब्लड थिनर ले रहे हैं. तो काली मिर्च का सेवन नहीं करना चाहिए. गर्मियों में काली मिर्च के अधिक सेवन से सीने में जलन या एसिड रिफ्लक्स की समस्या पैदा होती है. दस्त भी हो सकते हैं.
स्तनपान कराने वाली माताएं बनाएं हींग (Asafoetida) से दूरी

गर्मी में प्रेगनेंट महिला को हींग का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए. जिससे मिस्कैरिज या गर्भपात का कारण (Abortion Causes) बन सकती है. हींग के अधिक सेवन से गर्भाश्य संकुचन और ब्लीडिंग भी बढ़ सकती है. जो महिलाएं स्तनपान कराती है. उनहें हींग की मात्रा सीमित करें या इसका सेवन न करें. क्योंकि, दूध पीने से बच्चों में भी ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है.
हल्दी (Turmeric) का सेवन सीमित करें

गर्मियों में हल्दी का सेवन भी सीमित मात्रा में करना चाहिए. हल्दी के अधिक मात्रा में सेवन करने से महिलाओं को पीरियड्स में दिक्कत हो सकती है. पीरियड्स के दौरान ब्लीडिंग अधिक हो सकती है. प्रगेनेंट महिलाएं भी गर्मी में हल्दी की ज्यादा सेवन करने से परहेज करें. उन्हें भी ब्लीडिंग हो सकती है. हल्दी से शरीर में ऑक्सालेट लेवल बढ़ता है. जिससे किडनी स्टोन या गुर्दी की पथरी होने का जोखिम अधिक रहता है. इसके साथ ही हल्दी का गर्मी में अधिक सेवन से सीने में जलन या एसिड रिफ्लक्स का कारण (Acid Reflux Causes) बनती है.
तुलसी (Holy Basil) का सेवन कम करें

तुलसी वैसे तो औषधीय गुण और धार्मिक पौधा है. इसलिए सर्दी-खांसी, जुकाम और वायरल संक्रमण से लड़ने में तुलसी रस या पत्तियां मदद करती हैं. गर्मियों में तुलसी का अधिक मात्रा में सेवन करने से लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है. गर्मी में तुलसी का अधिक सेवन से महिलाओं की फर्टिलिटी प्रभवित होती है. जिससे गर्भधारण में दिक्कत हो सकती है.