नई दिल्ली.
भारत की एक और बेटी ने दुनियां में देश का नाम रोशन किया है. इस बार दिल्ली में जन्मी डॉ. आरती प्रभाकर को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपना शीर्ष वैज्ञानिक सलाहकार नियुक्त किया है. 63 वर्षीय प्रसिद्ध भौतिकी वैज्ञानिक डॉ. आरती प्रभाकर अब एरिक लैंडर का स्थान लेंगी. जिससे भारतीय वैज्ञानिकों के चेहरे खिले हुए हैं.
बता दें कि, डॉ. आरती प्रभाकर को व्हाइट हाउस के ‘विज्ञान और तकनीक कार्यालय (OSTP) का प्रमुख बनाया गया है. सीनेट की पुष्टि के बाद डॉ. आरती प्रभाकर पहली अश्वेत महिला हैं. जो OSTP का नेतृत्व करेंगी. इसके साथ ही डॉ. आरती प्रभाकर की नियुक्ति करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने उनके कार्यों की सराहना की है.
दिल्ली में जन्मी और अमेरिका का सफर
बता दें कि, डॉ. आरती प्रभाकर का जन्म सन 1959 में दिल्ली में हुआ. मगर, बचपन में ही वे अपनी मां के साथ अमेरिका चली गईं. उनकी शुरुआती पढ़ाई टेक्सास में हुई. इसके बाद सन 1979 में डॉ. आरती प्रभाकर ने टेक्सास तकनीक विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में विज्ञान स्नातक किया है. सन 1984 में कैलिफोर्निया तकनीक संस्थान से पीएचडी की और अमेरिकी सरकार के लिए काम करने लगीं.
डॉ. आरती प्रभाकर ने सन 2012 से 2017 तक यूनाइटेड स्टेट्स डिफेंस एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी की प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली. इसके साथ ही वे एक्चुएट नामक एनजीओ भी चलाती हैं. उन्होंने सन 1993 से 1997 तक राष्ट्रीय मानक और प्रौद्योगिकी संस्थान का नेतृत्व किया. तब भी वे इसकी प्रमुख बनने वाली पहली महिला रहीं.
क्लिंटन और ओबामा प्रशासन में काम
डॉ. आरती प्रभाकर ने सन 1993 में अमेरिका के तत्कालीन क्लिंटन प्रशासन में राष्ट्रीय मानक और प्रौद्योगिकी संस्थान (NIST) के प्रमुख के रूप में कार्य किया था. इसके बाद ओबामा प्रशासन में डॉ. आरती प्रभाकर डिफेंस एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी (DARPA) का प्रमुख रहीं. दोनों ही संस्थान में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करके अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. अब नए पद की शपथ लेने के बाद डॉ. आरती प्रभाकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए राष्ट्रपति की सहायक, मुख्य सलाहकार और राष्ट्रपति की सलाहकार परिषद की सह-अध्यक्ष तथा बाइडन मंत्रिमंडल की सदस्य होंगी.