गोरखपुर (उत्तर प्रदेश): जिला मुख्यालय से सुदूर ब्लाॅक गोला ब्लॉक के गांव भरौली में डायलिसिस यूनिट स्थापित होने वाली है. यह डायलिसिस यूनिट 10 बेड की है. जिसमें मरीजों को मात्र एक रुपये में डायलिसिस की सुविधा मिलेगी. सीएम योगी 29 मार्च यानी अष्टमी तिथि को डायलिसिस यूनिट का लोकार्पण करेंगे. सीएम योगी के कार्यक्रम को लेकर तैयारी तेजी से चल रही हैं. सबसे खास बात यह है कि, इस डायलिसिसि सेंटर पर आने वाले रोगियों को रजिस्ट्रेशन फीस सिर्फ एक रुपये रखी जा रही है. इसमें भी उसकी डायलिसिस होगी. इस डायलिसिस यूनिट में मरीजों की देखभाल गोरखपुर मशहूर नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. आनंद बंका मौजूद रहेंगे.
बता दें कि, इस डायलिसिस यूनिट से गोरखपुर के अलावा वाराणसी, आजमगढ़, देवरिया, लखनऊ तक मरीज लाभ उठा सकेंगे. जिसके लिए प्रचार पर इन जिलों में भी संस्था जोर देगी. इस सुविधा के शुरू हो जाने से मरीजों को सस्ते में डायलिसिस और अस्पतालों की लंबी वेटिंग से छुटकारा मिलेगा. इस डायलिसिसि यूनिट में जो भी रोगी पहले आएगा उसे पहले मौका मिलेगा. बेड फुल हो जाने के बाद आने वाले रोगियों को प्रतीक्षा में रखा जाएगा और उन्हें भी मौका दिया जाएगा. डायलिसिस यूनिट में आने जाने वाले मरीजों के लिए एंबुलेंस की भी सुविधा की जाएगी. जिससे किसी भी विशेष परिस्थितियों में रोगियों को हायर सेंटर पहुंचाया जा सकेगा.
इस बारे में बीआईएस सिक्योरिटी एजेंसी के महाप्रबंधक मनोज सिंह ने बताते हैं कि, यूनिट के उद्घाटन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए संस्था के लोग जी जान से जुटे हैं. सीएम योगी से समय मिल गया है. इसका कई माह से इंतजार था.अब नवरात्रि के अवसर पर इस शुभ कार्य से लोगों को मां भगवती उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करें. ऐसी कामना करते हैं.
समाजसेवी आरएन मानते गांव में जन्मदिन
बता दें कि, मुम्बई के व्यापारी और समाजसेवी आरएन सिंह का निधन एक जनवरी 2022 को गोरखपुर एयरपोर्ट पर हार्ट अटैक की वजह हुआ था. आरएन सिंह गोरखपुर के गांव भारौली के रहने वाले थे. वे गोरखपुर के जरूरतमंदों की खूब मदद करते थे. आरएन सिंह देश की जानी मानी कंपनी बॉम्बे इंटेलिजेंस सर्विस के सिक्योरिटी एजेंसी के डायरेक्टर थे. उनकी समाजसेवा को लेकर ही भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें विधान परिषद सदस्य बनाया था. वह हर साल 1 जनवरी को अपने जन्मदिन पर गोरखपुर अपने गांव भारौली में आते थे.
समाजसेवी आरएन का बेटा कर रहे सपना पूरा
समाजसेवी आरएन ने गोरखपुर में शिक्षा के क्षेत्र में खूब काम किया. उन्होने अपने गांव में इंटर कॉलेज से लेकर महाविद्यालय की स्थापना भी की थी. बीते 1 जनवरी 2022 को अपने जन्मदिन पर उन्होंने क्षेत्र में डायलिसिस यूनिट खोले जाने की घोषणा की थी. लेकिन, इसे जीते जी पूरा नहीं कर सके. उनके इस अधूरे सपने को बेटे संतोष सिंह पूरा कर रहे हैं. संतोष सिंह कस कहना है कि, पिताजी के सपने को धरातल पर उतारने के बाद जरुरतमंदों को जो इससे लाभ होगा. यह उनके परिवार और पिताजी को बेहद ही सुकून पहुंचाएगा.