हर कपल की शादी के बाद माता पिता बनने की प्रबल इच्छा होती है. सभी चाहते हैं कि, प्रेग्नेंसी के दौरान कोई क्रिटिकल स्थिति न बनें. घर में हेल्दी बेबी की किलकारी गूंजे. सबसे ज्यादा देखभाल और सावधानी प्रेग्नेंसी के शुरूआत में रखनी होती है. अभी भीषण गर्मी और लू का प्रकोप भी जारी है. ऐसे में प्रेग्नेंसी की शुरूआती स्टेज या पहली स्टेज में प्रेग्नेंट महिलाओं को कोई रिस्क नहीं लेना चाहिए. mobycapsule.com ने भीषण गर्मी और लू के मौसम में प्रेग्नेंट महिलाओं की देखरेख और सावधानी बरतने को लेकर भरतपुर के वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य डॉ. चंद्र प्रकाश दीक्षित से एक्सक्लुसिव बातचीत की.

वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य डॉ. चंद्र प्रकाश दीक्षित बताते हैं कि, प्रेग्नेंसी में पहली स्टेज नाजुक होती है. इस गर्मी के मौसम में लू लगने का खतरा अधिक रहता है. इसलिए प्रेग्नेंट महिलाएं अपनी सेहत का विशेष ख्याल रखें. क्योंकि, घर से बाहर निकलने पर लू के थपेड़े आपको सता सकते हैं. जब किसी प्रेग्नेंट महिला को लू लगती है तो उसके शरीर का तापमान भी बदलता है. इसका गर्भस्थ शिशु की सेहत पर पड़ता है. गर्भस्थ शिशु के दिमाग पर बुरा असर होता है. इंफेक्शन का भी डर रहता है. लू की वजह से गर्भस्थ शिशु की स्पाइनल कोर्ड पर प्रतिकूल प्रभाव हो सकता है. इसलिए घर पर ही प्रेग्नेंट महिलाएं प्रेगनेंसी की पहली स्टेज में यह उपाय करके खुद को (How to prevent heat stroke during first stage of pregnancy) हीट स्ट्रोक से बचा सकती हैं.
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं (Drink Sufficient Amount Of Water)

प्रेग्नेंट महिलाएं खुद को लू से बचाने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं. क्योंकि, डिहाइड्रेशन होने पर ही लू लगती है. प्रेग्नेंट महिलाएं गर्मी में अपने शरीर का तापमान 37 डिग्री तक बनाएं रखें. यह गर्भस्थ शिशु के लिए नॉर्मल तापमान होता है. गर्मी में डिहाइड्रेशन के कारण उल्टी, डायरिया समेत अन्य समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए हर दिन प्रेग्नेंट महिलाएं 8 से 10 गिलास पानी जरूर पिएं.
तेज धूप व गर्मी में घर से बाहर निकलने से बचें (Avoid Going Out In Hot Weather)
गर्मी के मौसम में लू की समस्या से बचाव के लिए प्रेग्नेंट महिलाएं दोपहर की तेज धूप में घर से बाहर निकलने से परहेज करें. क्योंकि, इसी दौरान लू का वे शिकार हो सकती हैं. इसके साथ ही घर में गरम हवा बाहर से नहीं जाए. इसके भी इंतजाम करें. प्रेग्नेंसी में कॉटन कपड़े पहनें.
एक बार में कम खाना खाएं (Eat Small Meals)

गर्मी के मौसम में प्रेग्नेंट महिलाएं एक बार में पेट भरकर खाना नहीं खाएं.
लू से बचने के लिए छोटे मील्स प्लान करें और उनके मुताबिक, ही खाने का सेवन करें. इसके साथ ही डाइट में फाइबर रिच फूड्स शामिल करें. डाइट में ताजे फल और सब्जियाों का भी खूब सेवन करें.
शरीर का तापमान रखें मेंटेन (Maintain Body Temperature)
प्रेग्नेंट महिलाएं गर्मी के दौरान अपने शरीर का तापमान भी मेंटेन करके रखें. इसलिए घर के बाहर ज्यादा तापमान में होने पर हीट स्ट्रोक की समस्या हो सकती है. जैसे ही हीट स्ट्रोक के लक्षण दिखें तो शरीर में पानी और नमक की कमी न होने दें. क्योंकि, इसमें पसीना आना बंद हो जाता है. लू लगने पर दौरे आना, बेहोशी छाना, घबराहट, बेचैनी, मतली, उल्टी, सिर में दर्द की समस्या होना आम बात हैं. यह लक्षण नजर आने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें और जल्द से जल्द इलाज करवाएं.
रोजाना योग और एक्सरसाइज करें (Do Yoga And Exercise Regular)

गर्मी के दिनों में भी योग और एक्सरसाइज करना जारी रखें. अगर आप प्रेगनेंट हैं तो आपको लू से बचने के लिए रोजाना एक्सरसाइज जरूर करें. एक्सरसाइज में कार्डियो एक्सरसाइज, वॉकिंंग, योगा, मेडिटेशन समेत अन्य शामिल करें.