आगरा.
आगरा में यूपी एसोसिएशन ऑफ ओरिनोलैरिंगोलाजिस्ट और एसएन मेडिकल काॅलेज के ईएनटी विभाग की यूपीएओआईकान-23 (UPAOICON-23) कांफ्रेस हुई. यह तीन दिवसीय 39 वीं UPAOICON-23 कांफ्रेस होटल क्लार्क शिराज में हुई. जिसमें ENT विशेषज्ञ डाॅ. जितेंद्र सिंह यादव को सर्वसम्मति से यूपी एसोसिएशन ऑफ ओरिनोलैरिंगोलाजिस्ट का अध्यक्ष चुना गया है. ENT विशेषज्ञ डाॅ.जितेन्द्र सिंह यादव वर्तमान में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज झांसी के नाक, कान, व गला विभाग के एचओडी हैं. डाॅ. जितेंद्र सिंह यादव ने अपनी प्राथमिकता में रिसर्च और एकेडमिक स्तर को और बेहतर बनाने की बताई है.

बता दें कि, यूपी एसोसिएशन ऑफ ओरिनोलैरिंगोलाजिस्ट और एसएन मेडिकल काॅलेज के ईएनटी विभाग की यूपीएओआईकान-23 (UPAOICON-23) की तीन दिवसीय कांफ्रेंस तीन मार्च से पांच मार्च तक हुई. जिसमें यूपी के साथ ही यूपी के साथ ही देश और विदेश से आए विशेषज्ञों ने भाग लिया. रविवार को कांफ्रेंस का समापन हो गया. कांफ्रेंस में वरिष्ठ ईएनटी विशेषज्ञ डाॅ. जितेंद्र यादव को सर्वसम्मति से एसोसिएशन का अध्यक्ष चुना गया है.
आंख और दिमाग को नुकसान
कॉन्फ्रेंस में डॉ. जितेन्द्र सिंह यादव ने एंडोस्कोपिक ऐप्रोच टू साइनोनाजल एंड स्कल बेस ट्यूमर्स पर अपना शोध भी प्रस्तुत किया था. जिसमें डाॅ. जितेंद्र सिंह यादव ने बताया कि, नाक के रास्ते दिमांग के निचले हिस्से के विभन्न भागों के ट्यूमर आसानी से निकाल सकते हैं. डाॅ. जितेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि, कान की अधिकतर बीमारियां बिगड़ने पर आंख और दिमाग को बुरी तरह संक्रमित कर रही हैं. गले की कुछ बीमारियों के साथ भी यही है. हियरिंग लास, सुनने में दिक्कत के सबसे ज्यादा मरीज आ रहे हैं. लापरवाही के बाद ऐसे 15 से 20 प्रतिशत मरीजों के आंख और दिमाग को नुकसान पहुंचता है.