Fake Drug Syndicate: एसटीएफ और औषधि विभाग ने नकली दवा सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है. तीन करोड़ की कीमत की 214 कार्टन से अधिक दवाइयां जब्त की हैं. एक करोड़ रुपये की रिश्वत पेशकश में दवा कारोबारी गिरफ्तार किया है.
आगरा, उत्तर प्रदेश.
Fake Drug Syndicate: उत्तर प्रदेश के आगरा में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और औषधि विभाग की संयुक्त कार्रवाई में नकली दवा सिंडिकेट का पर्दाफाश हुआ है. आगरा में नामी-गिरामी कंपनियों की नकली दवाइयों की बिक्री बड़े स्तर पर हो रही थी. एसटीएफ और औषधि विभाग की टीमों ने कार्रवाई करके जायडस और सनफार्मा जैसी नामी कंपनियों के रैपर में नकली दवाएं पैक करके बेचने (Fake Drug Syndicate) का खुलासा किया है. अब तक की कार्रवाई में करीब तीन करोड रुपये की संदिग्ध दवाएं सीज की गई हैं. जिनकी कीमत छह करोड रुपये तक पहुंचने की संभावना है. इसके साथ ही कार्रवाई और जांच रुकवाने के लिए दवा कारोबारी हिमांशु अग्रवाल को शनिवार देर रात एसटीएफ को एक करोड़ रुपये रिश्वत की पेशकश पर गिरफ्तार किया है. जिससे दवा कारोबारियों में खलबली मची हुई है. एसटीएफ टीम ने आरोपी दवा कारोबारी हिमांशु की निशानदेही पर बड़ी मात्रा में नकली दवाइयां जब्त की हैं.
बता दें कि लखनऊ स्थित एसटीएफ मुख्यालय को आगरा थोक दवा बाजार में मल्टीनेशनल कंपनी जायडस, ग्लेनमार्क, सनफार्मा, सनोफी सहित आधा दर्जन कंपनियों के नाम से नकली दवाइयां बेचने की शिकायत मिली थी. जिस पर दो माह तक एसटीएफ और औषधि विभाग की टीमों ने नकली दवाइयां बेचने वाले नेटवर्क को खंगाला. एसटीएफ और औषधि विभाग ने नकली दवा के कारोबार के बारे में अहम सुराग हाथ लगने पर शुक्रवार को आगरा के फव्वारा बाजार में छापा मारा. जहां से ही टीम को कई अहम सुराग लगे. जिससे शनिवार सुबह 10 बजे एसटीएफ और औषधि विभाग की संयुक्त टीम सैयद गली मोती कटरा स्थित हेमा मेडिको फर्म पर पहुंची. जहां पर हेमा मेडिको फर्म के संचालक हिमांशु अग्रवाल निवासी कर्मयोगी कमलानगर के यहां पर छानबीन की.

Fake Drug Syndicate: व्हाटसएप पर संपर्क करके रिश्वत की पेशकश
एसटीएफ इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा ने बताया कि जब एसटीएफ और औषधि विभाग की टीम हेमा मेडिको फर्म पर छानबीन कर रही थी. तभी फर्म संचालक हिमांशु अग्रवाल ने व्हाटसएप पर संपर्क किया. उसने सीधे कार्रवाई रोकने के लिए एक करोड़ रुपये की रिश्वत देने की पेशकश की. यह देखकर मैं भी हैरान रह गया. मैंने तत्काल एसटीएफ मुख्यालय और वरिष्ठ अधिकारियों को पूरी जानकारी दी. जिस पर दवा कारोबारी हिमांशु से रुपये लाने के लिए कहा. उसे रंगे हाथ दबोचने की योजना बनाई.
500-500 रुपये के नोटों की 200 गड्डियां बैग्स में लाया
एसटीएफ इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा ने बताया कि दवा कारोबारी हिमांशु अग्रवाल ने चार घंटे में ही एक करोड रुपये की रकम का इंतजाम किया. तीन बैग में 500-500 रुपये की नोट की गड्डियां लेकर हिमांशु अग्रवाल बाइक से फव्वारा मार्केट पहुंचा. जिस पर उसे टीम ने तभी कैश के साथ गिरफ्तार कर लिया. यह देखकर उसके होश उड गए. समझ नहीं पाया कि ये क्या हो गया. एसटीएफ टीम उसे कोतवाली थाना पर लेकर पहुंची और उसके बैग में रखे नोटों की गिनती के लिए मशीन मंगाई गई. तीन बैग में 500-500 रुपये के नोटों की 200 गड्डियों रखी थीं.
दवा कंपनियों के प्रतिनिधि बुलाए
एसटीएफ और औषधि विभाग टीम ने दवा कंपनियों के प्रतिनिधि भी बुला लिए. दवा कंपनियों के प्रतिनिधियों से हिमांशु अग्रवाल की फर्म में मिली दवाओं के क्यूआर कोड स्कैन किए तो हैरान रह गए. दवाओं का रैपर हूबहू था. रैपर के प्रिंट भी हूबहू था. मगर, क्यूआर कोड नहीं मिला. टीम ने शनिवार रात एक बजे तक सर्दी जुकाम, दर्द निवारक दवाएं, चर्म रोग की दवाओं सहित करीब तीन करोड़ की कीमत की 214 कार्टन से अधिक दवाइयां जब्त की हैं. सहायक औषधि आयुक्त अतुल उपाध्याय ने बताया कि मुबारक महल स्थित हे मां मेडिको एजेंसी और गोगिया मार्केट स्थित बंसल मेडिकल एजेंसी की होलसेल की दुकाने और गोदाम सील कर दी थीं. इनकी जांच चल रही है.