दिल्ली/ आगरा.
यूपी और एमपी में स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा होगी. यह स्पर्धा 21 मार्च से शुरू होगी, जो 27 मार्च तक चलेगी. इसको लेकर यूपी और एमपी के हर जिले में जोर शोर से तैयारी चल रही है. स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा में शून्य से छह साल तक के उम्र मासूम ही शामिल होंगे. आगरा में बुधवार को मुख्य विकास अधिकारी ए. मनिकंडन और जिला कार्यक्रम अधिकारी साहब यादव ने प्रशिक्षण समारोह में अधीनस्थों को स्पर्धा सफल बनाने के निर्देश दिए.
बता दें कि, स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अहम भूमिका निभाएंगी. इसलिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को हर जिले में ट्रेंनिंग दी गई है. जिससे स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा को सफल बनाया जा सके.
आगरा के बाल विकास परियोजना अधिकारी आरएस यादव बताते हैं कि, 21 से 27 मार्च तक स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा होगी. इसमें शून्य से छह वर्ष तक के सभी बच्चों का वजन, ऊंचाई, लंबाई की माप करके पोषण ट्रैकर एप में एंट्री की जाएगी. जिससे बच्चों के खानपान पर माता-पिता अधिक ध्यान दें. उन्हें सही पोषण मिले. जब हर माता-पिता में प्रतिस्पर्धा होगी तो बच्चों का खानपान बेहतर होगा. जिससे बच्चे कुपोषित नहीं होंगे. इसके साथ ही पोषण, स्वास्थ्य और वेलनेस पर सामुदायिक सदभावना बढ़ाया जाएगा. जिससे बच्चों के विकास की नियमित निगरानी और कुपोषण की समस्या दूर की जा सकेगी. वैसे ही पहले से शून्य से छह साल तक के बच्चों की आंगनबाड़ी केंद्रों का कल्स्टर बनाकर निगरानी की जाती है.
यह रहेगा स्पर्धा का स्वरूप
आंगनबाड़ी केंद्र, ग्राम पंचायत, स्कूल, पीएचसी, शिशु अस्पताल समेत अन्य स्थानों पर भी बच्चों के वजन, ऊंचाई, लंबाई की माप करके इसकी ऑनलाइन एंट्री पोषण ट्रैकर एप पर की जाएगी. इस कार्य आंगनवाडी कार्यकर्तांए समेत अन्य संस्था जैसे लायंस क्लब, रोटरी क्लब, स्वैच्छिक संगठन विभिन्न् रेसिडेंट एसोसिएशन, यूथ क्लब, स्कूल टीचर, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन पीड्रियाटिक एसोसिएशन भी यह काम करेगी. इससे एक भी बच्चा इससे छूटे नहीं.