Health Talk: आज की बदली लाइफस्टाइल (Lifestyle) और खानपान (Eating Habits) की वजह से लोगों को बीमारी जकड रही हैं. हेल्थ डिजिटल प्लेटफार्म mobycapsule.com की सेहत की बात सीरीज में आज नस ब्लॉक होने से पैरों में दर्द और कालापन की परेशानी के बारे में एसएन मेडिकल कॉलेज के सीनियर कॉर्डियोथोरेसिक सर्जन डॉ. सुशील सिंघल बता रहे हैं. आइए, इस परेशानी के लक्षण जानते हैं.
आगरा, उत्तर प्रदेश.
Health Talk: मानव शरीर के कोने-कोने में पोषण (Nutrition) और ऑक्सीजन (Oxygen) पहुंचाने का काम नसें (Veins) करती हैं. लेकिन, जब इन नसों में कोई भी समस्या आ जाए या नसों में किसी तरह रुकावट आए तो ब्लड सर्कुलेशन गड़बड़ा जाता है. इस खराब ब्लड सर्कुलेशन (bad blood circulation) की वजह से कई स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ जाती हैं. इसमें ही पैरों में दर्द और पैरों में कालापन आना एक बडी समस्या है. हेल्थ डिजिटल प्लेटफार्म www.mobycapsule.com की सेहत की बात (Health Talk) सीरीज में एसएन मेडिकल कॉलेज के सीनियर कॉर्डियोथोरेसिक सर्जन डॉ. सुशील सिंघल से नस ब्लॉक होने से पैरों दर्द और कालापन के बारे में जानते हैं.
एसएनएमसी के सीनियर कॉर्डियोथोरेसिक सर्जन डॉ. सुशील सिंघल बताते हैं कि पैर की खून की नलिकाओं में किसी भी तरह का ब्लॉकेज होना घातक है. पैर की नस ब्लॉक होने के शुरुआती लक्षणों में सबसे अहम पैरों में दर्द रहना है. कई बार पैर पर सूजन भी आ जाती है. इसके साथ ही चलने में दिक्कत होती है. ये पेरिफेरल आर्टरी डिजीज का लक्षण हो सकते हैं. इसलिए, इसे नजरअंदाज नहीं करें. नहीं तो पैर की नस में ब्लॉकेज की वजह से जिस हिस्से में खून की सप्लाई बंद होगी. वहां पर संक्रमण शुरू हो जाएगा. ऐसी समस्या आने पर भी तमाम मरीज लापरवाही बरतते हैं. समय पर डॉक्टर से परामर्श नहीं लेते हैं. जिससे पैर में गैंगरीन हो सकती है. जिसके चलते मरीज का पैर काटना तक पड सकता है.

सर्जरी से हो जाएगा दर्द दूर, पैर भी बच जाएगा (Surgery will cure the pain, the leg will also be saved)
एसएनएमसी के सीनियर कॉर्डियोथोरेसिक सर्जन डॉ. सुशील सिंघल बताते हैं कि नस ब्लॉक होने पर पैर में दर्द हो या कालापन आए तो मरीज को इसमें देरी नहीं करनी चाहिए. यदि समय पर इस बीमारी का उपचार शुरू हो जाएगा तो पैर की नस की ब्लॉकेज को सर्जरी से खोल दिया जाएगा. जिससे मरीज के पैर का दर्द दूर हो जाएगा. इसके साथ ही मरीज के पैर को काटने की नौबत नहीं आएगी. इसलिए, इस तरह की परेशानी आने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें. उपचार कराएं. जिससे यह समस्या समय रहते ही ठीक हो जाएगी.