Hepatitis Screening Clinic: आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में पहला हेपेटाइटिस क्लीनिक खुला गया है. अब हेपेटाइटिस क्नीनिक से आगरा जिले के साथ ही आसपास के मरीजों को परामर्श, जांच और उपचार मिलेगा.
आगरा, उत्तर प्रदेश
Hepatitis Screening Clinic: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में स्थित एसएन मेडिकल कालेज में शहर का पहला पृथक हेपेटाइटिस क्लीनिक खोला गया है. एसएनएमसी में रविवार को हेपेटाइटिस क्लीनिक का विधिवत उद्घाटन किया गया. अब हेपेटाइटिस क्लीनिक में एक ही स्थान पर सभी टाइप की हेपेटाइटिस संबंधी जांच, परामर्श और इलाज मुफ्त किया जाएगा.
बता दें कि मॉडल ट्रीटमेंट सेंटर और कालेज की ओर से राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम के तहत इसे खोला गया है. क्लीनिक मेडिसिन भवन (घड़ी वाली बिल्डिंग) की दूसरी मंजिल पर स्थित कमरा नंबर 52 में है. इस दौरान सीएमई में विशेषज्ञों ने इस रोग और उसके नवीनतम इलाज के बारे में बताया. नोडल अधिकारी एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. आरती अग्रवाल ने बताया कि वायरल हेपेटाइटिस-बी और सी लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर जैसे गंभीर रोगों का प्रमुख कारण है.

महिलाओं की प्रसव से पहले हेपेटाइटिस-बी जांच जरूरी
प्रोफेसर ऑफ मेडिसिन डॉ. प्रभात अग्रवाल ने बताया कि महिलाओं की प्रसव से पहले हेपेटाइटिस-बी जांच जरूरी है. संक्रमित माताओं के नवजात शिशुओं को जन्म के 24 घंटों के भीतर ‘एचबीआईजी’ और हेपेटाइटिस-बी की पहली खुराक (0-डोज) देना जरूरी है. इस दौरान असिस्टेंट प्रोफेसर नोडल अधिकारी डॉ. सूर्यकमल वर्मा ने बताया कि क्लीनिक में रोग से संबंधित सभी तरह की चिकित्सीय सेवाएं मौजूद रहेंगी. इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता रहे. इसके साथ ही कार्यक्रम में डॉ. टीपी सिंह, डॉ. मनीष बंसल, डॉ. अजीत सिंह चाहर, डॉ. नेहा आजाद, डॉ. चेतन शर्मा समेत अन्य डॉक्टर्स और कर्मचारी मौजूद रहे.

ये लक्षणें दिखें तो डॉक्टर को दिखाएं
वैसे तो हेपेटाइटिस के कई लक्षण हैं. जिनमें बुखार, पीलिया, भूख न लगना, पेट दर्द, गहरे रंग का मूत्र आना, मतली और उल्टी, आंखों और त्वचा के साथ नाखूनों का पीला होने जैसे लक्षणों पर तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए. कुछ लोग झोलाछाप, नीम-हकीम या झाड़फूंक के चक्कर में पड़ते हैं. ऐसा करने पर बीमारी अधिक बिगड़ जाती है. कई बार देरी होने पर इलाज से फायदा नहीं होता है. इन स्थितियों में मौत तक हो सकती है.