यह खबर हर महिला और किशोरी के लिए है. जो अपने स्तनों के स्वास्थ्य और सही आकार के लिए ब्रा पहनती हैं. मगर, गर्मी में फिटिंग और फिगर देने वाली ब्रा से खुजली (Itching) और रैशेज की समस्या भी हो सकती है. क्योंकि, गर्मी में फंगस के तमाम स्पोर्स हवा में मौजूद होते हैं. जो पनपने पर संक्रमण पैदा करते हैं. इतना ही नहीं, केवल फंगल ही नहीं बैक्टीरियल इंफेक्शन भी ब्रा की वजह से होता है. जिससे रैड रैशेज (Red Rashes) होते हैं.
इस बारे में mobycapsule.com ने त्वचा रोग विशेषज्ञ और ब्यूटी एक्सपर्ट ने बात की. उन्होंने बताया कि, गर्मी यानी स्किन संबंधी तमाम मुसीबत होना. जब महिलाएं या किशोरी ब्रा पहनती हैं तो दोनों ब्रेस्ट के बीच में या इनके नीचे गर्मी की वजह हीट रैशेज होते हैं. इसलिए गर्मी के दिनों में टाइट ब्रा या सिंथेटिक ब्रा नहीं पहनें. क्योंकि, टाइट फिटिंग की ब्रा से फिगर जरूर निखर कर आएगा. मगर, यह खुजली (Itching) या रैड रैशेज (Red Rashes) की प्रॉब्लम की वजह हो सकती है.
स्किन रोग विशेषज्ञ व ब्यूटी एक्सपर्ट के मुताबिक, गर्मी में अधिक पसीना आता है. जिससे स्किन फोल्ड्स जैसे जांघ, बगल, ब्रेस्ट में खुजली की शिकायत बढ़ती है. क्योंकि, हमारे स्किन फोल्ड्स में पसीना जमा हो जाता है. जिससे इन अंगों में नमी बनी रहती है. जहां पर फंगस लगते हैं. जिसकी वजह से पहले खुजली होती है. इसके साथ ही रेड रैशेज बनते हैं. इसलिए गर्मी में इसका ध्यान रखें. नहीं तो शरीर के दूसरे अंगों तक भी खुजली या रैशेज फैल जाएंगे.
इन मटेरियल की ब्रा पहनने से बचें
गर्मी में खुजली या रैशेज की प्रॉब्लम से बचने के लिए महिलाएं और किशोरिया पॉलिस्टर और रेयॉन जैसे सिंथेटिक मटेरियल की ब्रा पहनने से बचें. सिंथेटिक मेटिरियल के इनरवेयर पहनने से पसीना अधिक आता है. जो परेशानी का सबब बनता है. गर्मी में नॉनपैडेड ब्रा ही पहनें. हैवी ब्रेस्ट की महिलाएं, जो महिलाएं या किशोरी खेल की गतिविधि में शाामिल होती हैं. जिम जाती हैं. उन्हें खुजली की शिकायत ज्यादा रहती है. इसलिए वे गर्मी में कॉटन ब्रा पहनें तो खुजली और रैशेज की समस्या नहीं होगी.