नई दिल्ली.
ग्लोबल वाॅर्मिंग का असर कहें या कुछ और. मगर, देश में लगातार मौसम में बदलाव आ रहा है. बीते 123 साल के मुकाबले इस साल देश में फरवरी का महीना सबसे गर्म रहा है. जिसको लेकर जलवायु परिर्वतन और ग्लोबल वाॅर्मिंग में विशेषज्ञ मंथन कर रहे हैं. क्योंकि, राजधानी दिल्ली की बात करें तो 73 सालों में यह तीसरा सबसे गर्म फरवरी का महीना रहा है. इस बारे में मौसम विभाग के विशेषज्ञों का दावा है कि, कमजोर पश्चिमी विक्षोभ और प्रति चक्रवात के चलते यह स्थिति पैदा हुई है.
बता दें कि, बीते जनवरी माह के बाद ही आमतौर पर फरवरी में हल्की ठंड रहती है. जिससे मौसम सुहावना रहता है. मगर, इस साल फरवरी माह में ही लोगों को असामान्य गर्मी का सामना करना पड़ा. इतना ही नहीं, दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर ज्यादातर जगहों पर अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहा है. इस बारे में मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक, फरवरी के महीने में देश का औसत तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस रहता है. लेकिन, इस बार फरवरी में औसत तापमान 29.54 डिग्री सेल्सियस रहा है. इससे साफ है कि, फरवरी माह का औसत तापमान सामान्य से 1.073 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है. बीते साल के रिकाॅर्ड पर नजर मारें तो इससे पहले सन 2016 में फरवरी महीना सबसे ज्यादा औसत तापमान 29.48 डिग्री सेल्सियस रहा था.
रातें भी रहीं गर्म
मौसम विभाग के मुताबिक, देश में जिस तरह से फरवरी माह में गर्मी रही है. उसमें दिन के साथ ही रातें भी सामान्य से ज्यादा गर्म रहीं है. न्यूनतम तापमान के मामले में इस बार फरवरी माह में पांचवां सबसे ज्यादा न्यूनतम तापमान रहा है. अमूमन फरवरी के महीने में देश का औसत न्यूनतम तापमान 15.49 डिग्री सेल्सियस रहता है. लेकिन, इस साल देश का औसत न्यूनतम तापमान 16.31 डिग्री सेल्सियस रहा. जो, सामान्य से 0.81 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है. इससे पहले सन 2016 में न्यूनतम तापमान सबसे ज्यादा 16.82 डिग्री सेल्सियस रहा था.
न्यूनतम तापमान पर एक नजर
वर्ष औसत न्यूनतम तापमान
2016 16.82 डिग्री सेंटीग्रेड
1912 16.49 डिग्री सेंटीग्रेड
1937 16.45 डिग्री सेंटीग्रेड
2006 ………. 16.42 डिग्री सेंटीग्रेड
2023 …….. 16.31 डिग्री सेंटीग्रेड