ISOCON-2024:आगरा में आयोजित तीन दिवसीय नेशनल कांफ्रेस में आईसोकॉन में देश के साथ ही विदेश (कनाडा, श्रीलंका, बंगलादेश, दुबई यूएस, इटली आदि) से 1200 कान विशेषज्ञों आए हैं. जिसमें दूरबीन विधि से कान की लाइव एडवांस सर्जरी के साथ विशेषज्ञों ने समस्याओं के साथ एडवांस सर्जरी व इलाज पर चर्चा की जा रही है.
आगरा, उत्तर प्रदेश
ISOCON-2024: सर्दी-जुकाम में बरती लारवाही आपको बहरा भी बना सकती है. चिकित्सक के बिना परामर्श और सलाह के जुकाम रोकने के लिए ली गई दवाएं कान के पर्दे पर दबाव बढ़ाती हैं. जिससे कान के पर्दे में छेद होने की सम्भावना अधिक रहती है. जी हां, चौंकिए मत. आगरा के फतेहाबाद रोड स्थित होटल जेपी में आयोजित तीन दिवसीय आईसोकॉन (इंडियन सोसायटी ऑफ ऑटोलॉजी) की 32वीं राष्ट्रीय वार्षिक कार्यशाला (ISOCON-2024) में गाजियाबाद के डॉ. ओमवीर सिंह ने ये जानकारी शेयर की. उन्होंने बताया कि कान के पर्दे में छेद के बाद स्राव होने पर लोग गंभीरता से नहीं लेते हैं. इससे कान की हड्डी तक गल जाती है. जिससे जान जाने तक का खतरा रहता है. इसके साथ ही सुनाई देना बंद हो जाता है. इस तरह के केस में कान की रीकंस्ट्रक्शन सर्जरी की जाती है. जिसमें कान की गली हुई हड्डी को बदला जाता है. कान से ही हड्डी लेकर लगाई जाती है. इस तरह की सर्जरी अब बढ़ गई हैं.
गोरखपुर के डॉ. राजन भार्गव ने बताया कि कान में तीन हड्डी होती हैं. इन हड्डी से ही तरंग बनती हैं. जिससे ही सुनाई देता है. इससे आटोक्लोरोसिस की समस्या हो जाती है. ये समस्या 15 साल की आयु के बाद यह समस्या देखने को मिलती है. इसमें सर्जरी का इम्प्लांट के रूप में पिस्टन डाला जाता है. इसके बाद मरीज को सुनाई देने लग जाता है. उन्होंने बताया कि ज्यादा देर तक मोबाइल और ईयरफोन के इस्तेमाल से सुनने में समस्या होती है लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
ISOCON-2024: सर्जरी से ठीक हो रहा चेहरे का लकवा (Facial paralysis is being cured by surgery)
सड़क हादसे, चेहरे पर चोट लगने से चेहरे का लकवा हो रहा है. एम्स दिल्ली के ईएनटी विभाग के डॉ. आलोक थक्कर ने बताया कि इस तरह के केस में अब नई दवाएं आ गई हैं. सर्जरी से नर्व को रिपेयर किया जा रहा है.
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केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने किया कार्यशाला शुभारम्भ (Union Minister of State Prof. SP Singh Baghel inaugurated the workshop)
आईसोकॉन (इंडियन सोसायटी ऑफ आटोलॉजी) की 32वीं राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारम्भ केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रो. सपी सिंह बघेल ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया. मुख्य अतिथि प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा कि चिकित्सकों के बीमारी व इलाज पर विचार, शोध का वैचारिक मंथन ने निकला अमृत समाज के काम आएगा. लोगों को इलाज व जटिल बीमारियों से निजात दिलाने में मददगार होगा. उन्होंने एसएन मेडिकल कालेज की गौरवमयी गाथा का जिक्र किया. कहा कि एक समय था जब देश जाने माने राजनेता यहां इलाज कराने जाते थे. इस गौरवशाली पन्नों को पलटकर फिर पटल पर लाना है. जो ड़ाक्टरों के सहयोग के बिना सम्भव है.
ISOCON-2024 में ये रहे मौजूद (These were present)
आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. सतीश जैन ने नई तकनीकों के इस आदान प्रदान के कुम्भ में डॉक्टरों की भावी पीढ़ी के साथ मरीजों को भी लाभ प्राप्त होगा. आयोजन सचिव डॉ. राजीव पचौरी ने धन्यवाद ज्ञापित किया. कार्यक्रम का संचालन संचालन डॉ. संजय खन्ना व एसएन मेडिकल कालेज ईएनटी विभागाध्यक्ष डॉ. रितु गुप्ता ने किया. इस अवसर पर मुख्य रूप से आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. गौरव खंडेलवाल, मीडिया प्रभारी डॉ. आलोक मित्तल, डॉ. धर्मेन्द्र गुप्ता, डॉ. एलके गुप्ता, डॉ. मनीष सिंघल, डॉ. सलोनी सिंह बघेल समेत अन्य उपस्थित रहे.
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डॉ. राममूर्ति ने सम्भाला अध्यक्ष का पदभार (Dr. Ram Murthy assumed charge of President)
इंडियन सोसायटी ऑफ आयोलॉजी (आईएसओ) के नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ. राममूर्ति ने पदभार सम्भालते हुए सोसायटी के सभी पदाधिकारियों को धन्यवाद दिया. आईएसओ के संस्थापक डॉ. केके रामलिंगन व निवर्तमान अध्यक्ष डॉ. रवि राम लिंगन ने डॉ. राममूर्ति, सचिव डॉ. इलेम भारती को शुभकामनाएं दीं. इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. एसपी सिंह बघेल ने महाराष्ट्र के डॉ. गोस्वामी को लाइफ टाइम अटीवमेंट व डॉ. वाईसी यादव, एसएन मेडिकल कालेज ईएनटी विभागा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. आरएस गिल, डॉ. केके रामलिंगन, डॉ. अबरार हसन को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया.