Monsoon Hygiene Tips: मानसून के मौसम में कई बीमारी लोगों को परेशान करती हैं. जिसमें कॉमन बीमारी कान में खुजली और दर्द होना है. हेल्थ केयर के डिजिटल प्लेटफार्म mobycapsule.com की सेहत की बात सीरीज में मानसून में कान की सही तरह से देखभाल के बारे में जानते हैं.
आगरा, उत्तर प्रदेश.
Monsoon Hygiene Tips: मानसून का मौसम भले ही गर्मी से राहत देता है. मगर, बारिश (Monsoon Hygiene Tip) की वजह से कानों में संक्रमण के मरीज तेजी से बढ़ते हैं. जिसमें खुजली, कान बहना, सूजन समेत अन्य परेशानी होती हैं. हेल्थ केयर के डिजिटल प्लेटफार्म mobycapsule.com की सेहत की बात सीरीज (Health Talk) में एसएन मेडिकल कॉलेज (SN Medical College) की ईएनटी विभाग की डॉ. सलोनी सिंह बघेल से मानसून (Monsoon Hygiene Tips) में कान की सेहत की बात करें. डॉ. सलोनी सिंह बघेल का कहना है कि इस मौसम में कई लोग तो कान में खुजली होने पर फेरीवालों से ही अपना कान साफ करा लेते हैं. जो बीमारी को और बढ़ा देते हैं. फेरीवालों की वजह से कान में संक्रमण और पर्दे में छेद का खतरा रहता है.
आगरा में स्थित एसएन मेडिकल कॉलेज की ओपीडी की बात करें तो ईएनटी रोग विभाग की ओपीडी में हर दिन औसतन 250 मरीज पहुंच रहे हैं. जिनमें से कान बहने, कान में दर्द होने, खुजली, कान में फंगस की दिक्कत के 50 फीसदी तक मरीज होते हैं. इनमें कई मरीजों के कान की जांच में पर्दे में छेद और संक्रमण मिल रहा है. मरीजों से बात करने पर पता चला कि उन्होंने चौराहों सड़कों पर घूमने वाले फेरीवालों से कानों की सफाई करवाई. जिससे ही कान की दिक्कत और बढ़ गई.

एसएन मेडिकल कॉलेज के ईएनटी रोग विभाग की डॉ. सलोनी सिंह बघेल ने बताया कि कान का मैल धूल-गंदगी और संक्रमण से बचाता है. हम हम खाना खाते समय चबाते हैं, जिससे जबड़ा चलता है. जिससे अतिरिक्त मैल प्राकृतिक रूप से साफ होता रहता है. जो लोग कान में दिक्कत होने पर फेरीवालों से अपने कान की सफाई कराते हैं. जिससे उनके कान का पर्दा क्षतिग्रस्त होने के साथ ही बहरेपन का खतरा अधिक रहता है.
इन बातों का रखें ध्यान
- कान में पानी की छींटे हीं मारें.
- कान में बारिश का पानी नहीं जाने दें.
- नहाते से पहले कान में वैसलीन लगी रुई लगाएं, जिसे बाद में निकाल दें.
- कान में खुजली और दर्द होने पर खुद सफाई ना करें.
- कान में खुजली होने पर तेल भी ना डालें.