नई दिल्ली.
ब्राजील के ‘ग्लासगो विश्वविद्यालय’ के रिसर्चर ने अपनी रिसर्च में सेहत को लेकर एक अहम दावा किया है. रिसर्चर का कहना है कि, यदि आप अपने एक पैर पर दस सैकेंड तक खड़े नहीं हो सकते हैं तो यह आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं है. रिसर्चर का दावा है कि, ऐसा नहीं कर पाना आपकी मृत्यु का संकेत हो सकता है. इसको लेकर एक बहस शुरू हो गई है.
बता दें कि, ब्राजील के ‘ग्लासगो विश्वविद्यालय’ के रिसर्चर की रिसर्च का निष्कर्ष ‘ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन’ में प्रकाशित हुआ है. जिसमें ब्राजिलियन रिसर्चर का दावा है कि, उम्र बढ़ने के साथ-साथ मांसपेशियों की ताकत कमजोर होती है. हमने 51 से 75 आयु वर्ग के करीब 1702 लोगों को अपनी रिसर्च में शामिल किया. हर प्रतिभागी को एक पैर पर खड़े होने के लिए कहा गया. जिसमें शर्त यह थी कि, एक पैर पर खड़े होते समय हाथों को आंखों के सामने रखना है. हर प्रतिभागी को तीन मौके दिए गए. जिसमें उन्हें अपने किसी एक पैर पर दस सेकंड तक खड़े रहना था.
ग्लासगो विश्वविद्यालय’ के रिसर्चर प्रोफेसर डॉ. नवीद सत्तार बताते हैं कि, रिसर्च का निष्कर्ष बेहद दिलचस्प है. हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि, जो लोग अपना संतुलन नहीं बना पाए. उनकी समस्याएं मौत का वास्तविक कारण हैं. लेकिन, दैनिक जीवन के लिए संतुलन के अच्छे स्तर की आवश्यकता होती है. असंतुलन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. यह भविष्य में मृत्यु के जोखिम का संकेत हो सकता है.
7 साल की निगरानी में 123 लोगों की मौत हुई
रिसर्चर डॉ. क्लॉडियो गिल अराउजो बताते हैं कि, हमने अपनी रिसर्च में शामिल प्रतिभागियों की शुरुआती जांच के बाद सात साल तक उनकी निगरानी की. जिसमें यह आंकडा भी आया कि, 123 लोगों की मौत हो गई. ये वही लोग थे, जो एक पैर पर खड़े होने में असमर्थ थे. रिसर्च में मृत्यु का अनुपात 17.5 फीसदी रहा है. जबकि, जो लोग एक पैर में खड़े हो गए थे. उनमें मृत्यु अनुपात 4.5 फीसदी था. अराउजो ने बताया कि जो लोग एक पैर पर खड़े होने में असमर्थ थे, उनमें किसी भी कारण से मृत्यु का जोखिम 84 फीसदी अधिक था.
शुरुआती जांच यह रहे निष्कर्ष
रियो डी जनेरियो में एक्सरसाइज मेडिसिन क्लीनिक के विशेषज्ञ और अध्ययन के प्रमुख लेखक डॉ. क्लॉडियो गिल अराउजो ने बताया कि, रिसर्च में शामिल प्रतिभागियों की औसत आयु 61 वर्ष थी. शुरुआती जांच में पांच में से एक व्यक्ति एक पैर पर खड़े होने में असमर्थ रहा था.
संतुलन-दीर्घायु में संबंध
डॉ. क्लॉडियो ने बताया कि, यह आयु, लिंग, स्वास्थ्य जोखिम जैसे कोरोनरी धमनी रोग, उच्च रक्तचाप, मोटापा, उच्च कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह जैसी स्थितियों पर लागू है. इसलिए एक पैर पर खड़े होने का संतुलन और दीर्घायु के बीच गहरा संबंध है.