ORS benefits: डायरिया के लक्षण दिखते ही ओआरएस का प्रयोग शुरू कर देना चाहिए. स्थिति बिगड़ने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है. बच्चों कोा साफ-सफाई का ध्यान रखें. पानी को उबालकर ठंडा करने के बाद सेवन करें. कटे-फटे फल खाने से बचें.
आगरा, उत्तर प्रदेश.
ORS benefits: उप्र के आगरा में स्थित एसएन मेडिकल कॉलेज में बाल रोग विभाग की ओर से डायरिया (Diarrhea) और ओआरएस (ORS benefits) को लेकर जनजागरुकता की गई. एसएनएमसी बाल रोग विभाग और इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (IAP) आगरा शाखा ने बुधवार को एक इंटरएक्टिव जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया. जिसमें डायरिया और ओआरएस के बारे में बीमार बच्चों के तीमारदारों को जागरूक किया. यह जागरुकता इवेंट एसएनएमसी के प्राचार्य प्रो. प्रशांत गुप्ता के मार्गदर्शन और प्रेरणा से किया गया.

जागरुकता कार्यक्रम में बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. पंकज कुमार ने डायरिया के विभिन्न खतरनाक लक्षणों, ओआरएस के सही उपयोग तथा इससे जुड़ी भ्रांतियों को विस्तार से समझाया. उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद लोगों के सभी सवालों के उत्तर भी दिए और डायरिया से संबंधित आम गलतफहमियों को दूर कीं. बाल रोग विभाग के रेजिडेंट्स ने एक लघु नाटिका भी प्रस्तुत की गई. जिसे डॉ. अंशुल और डॉ. सृष्टि ने सुंदर ढंग से मंचित किया.

कार्यक्रम में डॉ. राम क्षितिज शर्मा ने डायरिया के कारणों और उससे बचाव की रणनीतियों के बारे में विस्तार से बताया. कार्यक्रम का संचालन डॉ. नेहा अग्रवाल ने किया. इस अवसर पर डॉ. राजेश्वर दयाल, डॉ. नीरज कुमार, डॉ. अनामिका गोयल और डॉ. प्रीति अग्रवाल भी मौजूद रहे. करीब 50 तीमारदारों ने इस संवादात्मक सत्र से लाभ उठाया और डायरिया के प्रति जागरूकता बढ़ाई गई.