आगरा.
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) के तहत ताजनगरी में बुधवार को 74 चिकित्सा इकाइयों पर गर्भवती का परीक्षण किया गया. जिसमें चिकित्सकों ने महिलाओं के एएनसी परीक्षण किए. उनके हीमोग्लोबिन, बीपी की जांच, गर्भवती महिलाओं की लम्बाई और वजन, तापमान, पेशाब और शुगर समेत अन्य जांच की गईं. इसके साथ ही महिलाओं को सुरक्षित प्रसव के लिए सलाह दी गई.
आगरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि, मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए पीएमएसएमए दिवस का आयोजन होता है. इसमें एमबीबीएस चिकित्सक गर्भवती महिलाओं की दूसरे व तीसरे त्रैमास में प्रसव पूर्व जांच कराते हैं. बुधवार को भी इसका आयोजन स्वास्थ्य इकाईयों पर किया गया. गर्भवतियों की प्रसव पूर्व जांच करके उच्च जोखिम वाली गर्भवतियों की पहचान की जाती है.
एसीएमओ आरसीएच डॉ. संजीव वर्मन ने बताया कि, पीएमएसएमए दिवस में स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले हर गर्भवती की प्रसव पूर्व हीमोग्लोबिन, शुगर, यूरिन जांच, ब्लड ग्रुप, एचआईवी, सिफ़लिस, वजन, ब्लड प्रेशर एवं अन्य जांचें निरूशुल्क की जाती हैं. एचआरपी युक्त महिलाओं की पहचान की जाती है.

जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता संगीता भारती ने बताया कि, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर सभी द्वितीय एवं तृतीय तिमाही वाली गर्भवती की प्रसवपूर्व जांच की गई है. इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं के यूरिन, हीमोग्लोविन, शुगर, ब्लड प्रेशर, ब्लड ग्रुप, एचआईवी और कोविड 19 की जांच की गई.
नगला पदी यूपीएचसी की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनीता सिंह ने बताया कि, केंद्र पर पीएमएसएम दिवस पर गर्भवतियों की प्रसव पूर्व जांच के साथ साथ उन्हें खाने.पीने का ध्यान रखने की जानकारी दी. 24 वर्षीय रूखसार ने बताया कि, आठ माह की गर्भवती है. मेरा हीमोग्लोबिन 8 था. इस कारण उन्हें आयरन सुक्रोज चढ़ाया गया है. डॉक्टर ने जांच करने के बाद मुझे हरी सब्जियों के सेवन की सलाह और समय से दवाएं खाने के लिए कहा था. जिससे मेरा स्वास्थ्य बेहतर हो रहा है. वहीं, 25 वर्षीय उमा ने बताया कि, मैं छह माह की गर्भवती हूं. खून की जांच के बाद डॉक्टर ने मुझे दवाएं दी हैं. मुझे चिकित्सकों ने खाने पीने का ध्यान रखने की सलाह दी है.