जयपुर, राजस्थान
Resident Doctors Strike: राजस्थान में जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स (Junior resident doctors) फिर से हड़ताल (strike) पर चले गए हैं. जिसकी वजह से राजस्थान में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं फिर से बेपटरी हो गई हैं. अकेले जयपुर की बात करें तो राजधानी के सवाई मान सिंह (Sawai Man Singh) हॉस्पिटल में करीब 100 से ज्यादा सर्जरी टालनी पड़ी हैं. ऐसे ही बीकानेर के पीबीएम हॉस्पिटल में 50 से ज्यादा ऑपरेशन (operations) टले हैं. जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल पर चले जाने से सरकारी हॉस्पिटल के बाहर सड़कों पर मरीज पड़े हैं. एसएमएस हॉस्पिटल के इमरजेंसी (emergency) डिपार्टमेंट ने कॉलेज प्रिंसिपल को पत्र लिखकर हड़ताल पर जाने वाले पीजी रेजिडेंट्स का लाइसेंस निरस्त करने की मांग की है.

Resident Doctors Strike : आवश्यक सेवाएं भी प्रभावित (Essential services also affected)
बता दें कि 19 अक्टूबर की रात 8 बजे से जूनियर रेजिडेंटस हड़ताल पर चले गए. रेजिडेंट्स ने ओपीडी, इमरजेंसी, आईपीडी, ओटी, लेबर रूम जैसी इमरजेंसी सेवाओं का बहिष्कार कर दिया. जिसका सोमवार को असर साफ दिखा. भले ही जूनियर रेजिडेंटस के इस कदम के समर्थन में सीनियर डॉक्टर्स नहीं आए हैं. रेजिडेंट डॉक्टर्स स्टाइपेंड और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने समेत अन्य मांगों को लेकर तीसरे दिन सोमवार को भी हड़ताल पर हैं. सीनियर डॉक्टर्स इस बार उनकी हड़ताल का समर्थन नहीं कर रहे हैं.

बीकानेर में टले 50 से ज्यादा ऑपरेशन (More than 50 operations postponed in Bikaner)
बता दें कि जूनियर रेजिडेंटस हड़ताल पर की वजह से बीकानेर के पीबीएम हॉस्पिटल में 50 से ज्यादा ऑपरेशन स्थगित करने पड़े. भले ही सीनियर डॉक्टर्स ने ऑपरेशन किए. मगर, किसी भी ऑपरेशन में रेजिडेंट डॉक्टर्स शामिल नहीं हुए.
SMS हॉस्पिटल में 50 डॉक्टर लगाए (50 doctors deployed in SMS Hospital)
एसएमएस हॉस्पिटल में हड़ताल की वजह से व्यवस्थाएं बिगड़ गईं हैं. जिन्हें सुधारने के लिए अतिरिक्त स्टाफ लगाया है. सोमवार दोपहर जन स्वास्थ्य निदेशक ने आदेश जारी कर SMS हॉस्पिटल में 50 डॉक्टर लगाए हैं. उदयपुर के सरकारी हॉस्पिटल में हड़ताल होने से मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. आरएनटी के 260 सीनियर डॉक्टरों और 40 सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों ने ओपीडी की व्यवस्थाओं को संभाल रखी हैं.